भारतीय जीवन बीमा निगम ने कर्मचारियों को अचानक बिना किसी नोटिस के किया निष्कासित

मण्डला, यश भारत l भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा मण्डला में अस्थायी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी विगत 17 से 20 वर्षों से लगातार कार्यरत हैं। परन्तु विगत दिन वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के द्वारा काम से अचानक मौखिक तौर पर निष्कासित कर दिया गया।
वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के द्वारा ठेकेदारी का फार्म भरने को कहा गया था जो कि कर्मचारियों नें नहीं भरा। इस बात को लेकर प्रबंधक के द्वारा सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को मौखित तौर पर काम पर नहीं आने को कहा जा रहा है एवं लिखित में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। विगत अनेक वर्षों से उक्तन सभी कर्मचारी लगातार अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। एवं ई.एस.आई.सी. के अन्तर्गत कर्मचारियों की वेतन कटौती भी होती है तथा एन.ई.एफ.टी. के माध्यम से वेतन भुगतान भी किया जाता है। कर्मचारियों ने अपना सर्वाधिक समय भारतीय जीवन बीमा निगम में दिया है एवं उनकी आयु भी अधिक हो चुकी है तथा उनका पूरा परिवार इसी नौकरी के सहारे चल रहा है।
इतनी आयु में कर्मचारी किसी अन्य जगह पर काम करने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। जिसके कारण इतनी वर्षों की मेहनत भी खराब हो रही है। उक्त अस्थायी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय मण्डला में नियमितीकरण के लिए मांग कर रहें है ताकि वे अपने परिवार का भरण- पोषण कर सकें।