पुरुषेंद्र कौरव ने ली हाईकोर्ट जज की शपथ:महाधिवक्ता से हाईकोर्ट के जस्टिस बनने वाले पहले व्यक्ति, चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने दिलाई शपथ
जबलपुर, यशभारत। जबलपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव को आज 8 अक्टूबर को चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने जस्टिस की शपथ दिलाई। महाधिवक्ता से जस्टिस बनने वाले वे एमपी के पहले व्यक्ति हैं। कौरव ने महाधिवक्ता पद से 6 अक्टूबर को ही इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यपाल ने 7 अक्टूबर को ही मंजूर कर लिया। इसी के साथ नए महाधिवक्ता को लेकर नए नामों की चर्चा भी तेज हो गई है।
रजिस्ट्रार जनरल राजेंद्र कुमार वाणी के मुताबिक हाईकोर्ट के साउथ ब्लाक सभागार में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान हाईकोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर, खंडपीठ इंदौर व ग्वालियर के सभी न्यायाधीश, स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जबलपुर, इंदौर व ग्वालियर के अध्यक्ष, अतिरिक्त महाधिवक्ता, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व सीनियर काउंसिल के नव नियुक्त न्यायाधीश भी वर्चुअल शपथ ग्रहण में शामिल हुए।
हाईकोर्ट के जज बनने का ये रहा सफर
- सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 1 सितंबर को 45 वर्षीय पुरुषेंद्र कौरव के नाम की अनुशंसा की थी।
- 6 सितंबर को राष्ट्रपति ने इस अनुशंसा पर मंजूरी की मुहर लगा दी।
- कौरव वर्तमान में मप्र सरकार के महाधिवक्ता थे। महाधिवक्ता के पद से सीधे हाईकोर्ट में जज बनने वाले वे एमपी के पहले व्यक्ति बन गए हैं।
- 2009 में कौरव सबसे कम 33 वर्ष की उम्र में उप महाधिवक्ता, फिर अतिरिक्त महाधिवक्ता और जून 2017 में पहली बार महाधिवक्ता बनाए गए।
- तब शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने तत्कालीन एजी रवीश अग्रवाल का इस्तीफा मंजूर करने के बाद कौरव को दिल्ली से वापस बुलाकर यह जिम्मा सौंपा था।
- प्रदेश में कांग्रेस की सरकार में वापसी के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया था।
- प्रदेश में 15 महीने बाद फिर सत्ता बदली तो एक बार फिर पुरुषेंद्र कौरव एमपी के 18वें महाधिवक्ता बने।
- महाधिवक्ता पद संभाल चुके कई लोग हाईकोर्ट में जज बने, लेकिन पद संभालते हुए ऐसा पहली बार हुआ।