नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर रविवार शाम एक उच्च स्तरीय बैठक में वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। यह जानकारी सरकारी सूत्रों ने दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को इस बारे में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि राज्यों की स्थितियों और तैयारियों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक होगी। कोरोना की तीसरी लहर के बीच उन्होंने गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को भी जारी रखने पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कोरोना नियमों के पालन और टीकाकरण पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री ने मिशन मोड पर किशोरों के लिए वैक्सीनेशन अभियान को और तेज़ करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ओमीक्रोन स्वरूप के कारण संक्रमण के मामलों में हो रही वृद्धि से निपटने की तैयारियों पर विशेष रूप से ध्यान दिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने 7 दिन में 15 से 18 वर्ष के 31 प्रतिशत किशोरों को कोविड रोधी टीके की पहली खुराक दी गई। किशोरों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम देश में तेजी से चल रहा है।’
तेजी से बढ़ रहे ओमीक्रोन के मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 के नये स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमण के 552 नए मामले सामने आने के बाद रविवार को देश इससे संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है। मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,59,632 नए मामले सामने आए, जो पिछले 224 दिन में सामने आए सर्वाधिक दैनिक मामले हैं।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है। देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई है। ओमीक्रोन के 3,623 मामलों में से 1,409 लोग या तो देश से बाहर चले गए हैं या स्वस्थ हो गए हैं।
महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के सर्वाधिक 1,009 मामले सामने आए। इसके बाद दिल्ली में 513, कर्नाटक में 441, राजस्थान में 373, केरल में 333 और गुजरात में 204 मामले सामने आए। देश में इससे पहले पिछले साल 29 मई को संक्रमण के 1,65,553 मामले सामने आए थे।