कटनीजबलपुरमध्य प्रदेश

डर्टी पिक्चर : लाइसेंस हेल्थ और सेलून का, चला रहे स्पा सेंटर

 

कटनी, यशभारत। कटनी में नियमों के विपरीत आधा दर्जन से ज्यादा स्पा सेंटर चल रहे हैं। ज्यादातर ने हेल्थ और सेलून के नाम पर लाइसेंस लिया है, लेकिन अब वहां स्पा सेंटर ऑपरेट कर रहे हैं। पुलिस ने अब तक जितने भी सेंटरों में छापे मारे उनमें से कई में अनैतिक गतिविधियां मिलीं। माधवनगर स्थित एक सेंटर में तो कुछ समय पहले स्पा की आड़ में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का पुलिस ने भंडाफोड़ किया था, तब बाकी सेंटर भी संदेह के दायरे में आ गए थे। सूत्र बताते हैं कि कई स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं। इनकी नियमित सेवाएं लेने वाले कस्टमर शहर के लक्ष्मीपुत्र हैं, जिन्हें पैसों के बदले में वो सब कुछ परोसा जा रहा है, जो सीधे तौर पर गुनाह की श्रेणी में आता है। पुलिस अगर इनमें सरप्राइज विजिट करे तो कई चौंकाने वाले खुलासे भी हो जाएं।

कटनी शहर में बरगवां, कुठला और माधवनगर क्षेत्र में आधा दर्जन से ज्यादा स्पा सेंटर संचालित हैं। सबसे ज्यादा बरगवां में हैं। बॉडी मसाज के नाम पर बोर्ड लगाकर ये सेंटर शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित तो कर रहे हैं, लेकिन सेंटरों के अंदर क्या खेल होते हैं, ये इन्हें ही पता है। सूत्र बताते हैं कि सेंटरों में सुविधाओं के नाम पर पैकेज निर्धारित हैं। जिस स्तर की सेवाएं, उस स्तर का पैकेज। डिमांड पर वो सब भी उपलब्ध करा दिया जाता है, जो अनैतिक कृत्य के दायरे में आता है, बस इसके बदले में मोटी रकम ली जा रही हैं। ज्यादातर स्पा सेंटर मसाज की आड़ में अनैतिक कृत्यों की चांदी ही काट रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इन सेंटरों में जो युवतियां काम कर रही हैं, वे दूसरे प्रान्तों की होती हैं। मणिपुर, नागालैंड और असम समेत कई और स्थानों से युवतियों को लाकर यह कारोबार संचालित किया जाता है। जानकारों का कहना है कि बाहर से लाई गईं लड़कियां बकायदा मसाज की ट्रेनिंग लेकर इस कारोबार में उतरती हैं लेकिन शहर के स्पा सेंटरों के बारे में इनपुट हैं कि इनके साथ लोकल लड़कियां भी कॉल पर यहां विजिट करती हैं और ग्राहकों को उनकी मर्जी के मुताबिक सेवाएं उपलब्ध कराती हैं। पुलिस को कुछ स्पा सेंटरों के बारे में इनपुट मिले थेए जिसके बाद जब माधवनगर के गोल्डन स्पा सेंटर में जांच की गई तो यहां जिस्मफरोशी का अड्डा संचालित था। संचालक के खिलाफ कार्यवाही भी की गई थी। इस सेंटर के बारे में जानकारी मिली थी कि सेंटर संचालक महिला के कई बड़े धनाड्य लोगों से संपर्क थे, जिन्हें सेवा उपलब्ध कराई जाती थी। इस सेंटर में कार्यवाही के बाद लेकिन पुलिस स्पा सेंटरों पर कार्यवाही से हिचकने लगी। पिछले छह महीनों के दौरान केवल एक ही सेंटर पर छापा मारा गया।

काम करने वालों की सूची मांगी

सूत्रों के मुताबिक पुलिस अफसरों ने सभी स्पा सेंटर संचालकों को नोटिस जारी करके काम करने वाले स्टाफ की सूची मांगी है। खासतौर से बाहर से आकर काम करने वाली युवतियों के बारे में विस्तार से ब्योरा मांगा गया है। वे कहां से आईं हैं और क्या काम करती हैं। पूरी जानकारी देने को कहा गया है। इतना ही नहीं सेंटर में आने वाले सभी कस्टमर का रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया गया है। उनके नाम और पते के अलावा क्यों आ रहे हैं और उनका मोबाइल नंबर एंट्री करने को कहा गया है, ताकि जरूरत पडऩे पर पुलिस उसका उपयोग कर सके। सेंटर के काउंटर के अलावा भीतर भी कैमरे लगाने के लिए कहा गया। ताकि उनके कारोबार में पारदर्शिता बनी रही। थानों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने अपने क्षेत्र के स्पा सेंटरों पर नियमित जांच करते रहें।

12 से 15 हजार मिलती है तनख्वाह

एक जानकारी के मुताबिक स्पा सेंटर के संचालक ज्यादातर उत्तर-पूर्व की लड़कियों को नौकरी पर रखते हैं। अभी ज्यादातर सेंटर में दूसरे राज्य की लड़कियां काम कर रही है। उन्हें 12 से 15 हजार का तनख्वाह दी जाती है। उनका रहना और खाने का खर्च स्पा सेंटर उठाती है। उन्हें पैसा देना नहीं पड़ता था। स्पा सेंटरो में चार से पांच महीने में स्टाफ बदल दिया जा रहा है। उसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी जाती। जबकि इस बारे में पुलिस और जिला प्रशासन का स्पष्ट आदेश है कि सेंटर में काम करने वाले हर एक कर्मचारी की जानकारी थाने में देना है। उनका आईडी प्र्रूफ और एड्रेस प्रूफ भी जमा करना है। विदेशी कर्मचारी के वीजा की जानकारी पुलिस को देना अनिवार्य है। वीजा और पासपोर्ट की कॉपी जमा करने के निर्देश हैं लेकिन इसकी जानकारी नहीं दी जाती। जब पुलिस सेंटरों को नोटिस जारी करती हैए तभी जानकारी दी जाती है। चर्चा है कि कुछ जगह स्पा सेंटर पुलिस से सांठगांठ से ही चल रहे हैं।

निगम के गुमास्ता प्रावधान की आड़ में संचालित होता है पूरा कारोबार

जानकारों के मुताबिक स्पा सेंटर के लिए किसी तरह के लाइसेंस का प्रावधान नहीं है। इसके लिए आज तक नियम भी नहीं बनाया गया। नगर निगम से गुमास्ता लाइसेंस लेकर स्पा सेंटर चलाया जा रहा है। लाइसेंस लेते समय उन्हें बताना पड़ता है कि हेल्थ केयर के लिए स्पा सेंटर खोल रहे है या फिर मसाज सेंटर के तौर पर। उस आधार पर एक साल के लिए निगम लाइसेंस जारी करती है। लाइसजेंस देने के बाद कभी उसकी जांच भी नहीं की जाती। स्पा सेंटरों में जांच का कोई नियम भी नहीं बनाया गया है। इसी का फायदा उठाकर कुछ स्पा सेंटर वाले अवैध धंधा चला रहे है। बरगवां.पन्ना मोड़ और माधवनगर में चल रहे स्पा.सेंटरो में काम करने वाले युवक-युवतियों की फिजियोथिरेपी की डिग्रियां ननि के रिकार्ड में नहीं हैं। मसाजकर्ता के पास फिजियोथिरेपी अथवा एक्यूप्रेशर, आक्यूपेशनल व्यवसायिक की डिग्री डिप्लोमा नहीं है। एक डिप्लोमा कराकर आधा दर्जन बाहरी युवतियों से बॉडी टोनिंग व मसाज कराई जा रही है।

सभी स्पा सेंटरों का कराया जाएगा वेरीफिकेशन : एसपी

पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने कहा कि कटनी जिले में संचालित सभी स्पा सेंटरों की जांच कराई जाएगी। यहां पर काम करने वाली युवतियों के साथ ही अन्य कर्मचारियों का वेरीफिकेशन कराया जाएगा। सभी थाना प्रभारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है। पुलिस स्पा सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों पर निगरानी रख रही है।

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