*इंजीनियर सागर श्रीवास्तव और डॉक्टर संजय वर्मा के तकनीकी पेपर को मिला पहला पुरस्कार

जबलपुर यश भारत
इंजी. सागर श्रीवास्तव और डॉ संजय वर्मा के पेपर *डिश मेथड फॉर डिटरमिनेशन ऑफ वॉल्यूमैट्रिक श्रिंकेज आफ सॉयल* को *त्रिदिवसीय राष्ट्रीय कान्फ्रेंस आई जी सी 2022* में बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन कंपीटीशन के तहत प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है जिसमें उन्हें रिसर्च कार्य प्रकाशन के क्षेत्र में कार्यरत श्रेष्ठ जर्नल *स्प्रिंगर की एडिटोरियल डायरेक्टर स्वाति मेहेरिशी द्वारा 150 यूरो का गिफ्ट वाउचर प्राप्त हुआ है* यह पुरस्कार एवम प्रमाणपत्र कोच्चि केरल में आयोजित राष्ट्रीय कांफ्रेंस में *आई जी एस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आई आई टी रुड़की के प्रोफेसर *डॉ एन के समाधिया* द्वारा प्राप्त हुआ है जिसे डॉ संजय वर्मा ने ग्रहण किया। सागर श्रीवास्तव और डॉ संजय वर्मा ने एक ऐसी विधि (मेथड) को डेवलप किया है जिससे मिट्टी में होने वाले संकोचन (सिकुड़न) के मापदंडों (Shrinkagge Parameters) को आसान तरीके से पता लगाया जा सकता है उनकी इस विधि द्वारा भवनों सड़कों आदि में निर्माण के पूर्व मिट्टी में होने वाले संकोचन परीक्षण को ज्ञात कर सुरक्षित नीव (फाउंडेशन) तैयार करने में न सिर्फ मदद मिलेगी बल्कि सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर्स में मिट्टी के संकोचन से होने वाले नुकसान की संभावना को बड़े ही आसान तरीके से ज्ञात किया जा सकता है । इन दोनों शोधकर्ताओं ने अपने इस शोध के आधार पर एक आईएस कोड या सब कोड बनाने का प्रस्ताव भी *भारतीय मानक ब्यूरो की वैज्ञानिक – डी ( सिविल इंजिनियरिंग विभाग ) मधुरिमा माधव* को कांफ्रेंस के दौरान प्रस्तावित किया है । *तक्षशिला इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल विभागाध्यक्ष डॉ. वर्मा एवं संस्था के पूर्व छात्र रहे इंजी. सागर श्रीवास्तव* की इस उपलब्धि पर कॉलेज के मैनेजमेंट प्राध्यापकगण, छात्रों एवम *आई जी जबलपुर चैप्टर* के सदस्यों ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं