अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ प्रायोजित हिंसा पर रोक के लिए लागू हो मुस्लिम संरक्षण कानून
हरियाणा में मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
जबलपुर/ हरियाणा के लोहारू गांव में राजस्थान के मुस्लिम नवयुवकों जुनैद और नासिर की तथाकथित गौरक्षको द्वारा मॉबलिंचिंग कर हत्या किए जाने के विरोध में तथा मुसलमानों के संरक्षण के लिए कानून बनाए जाने के संबंध में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव रिज़वान अली कोटी के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन संभागीय उपायुक्त श्रीमती कविता बाटला को सौंपा गया।
विज्ञप्ति के द्वारा युवा कांग्रेस के रिज़वान अली कोटी ने कहा है कि पिछले दिनों हरियाणा के लोहारू में राजस्थान के मुस्लिम नवयुवकों जुनैद और नासिर की तथाकथित गौरक्षको द्वारा मॉबलिंचिंग कर हत्या किए जाने से मानवता शर्मसार है। पिछले कुछ समय से लगातार इस तरह की घटनाएं देश में आम हो चुकी हैं। देश के अल्पसंख्यक वर्ग के साथ धार्मिक आधार पर घृणात्मक व्यवहार किया जा रहा है। तथाकथित धर्मरक्षक अल्पसंख्यकों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं जिससे अंतरष्ट्रीय स्तर पर देश की धर्मनिरपेक्ष छवि धूमिल हो रही है। भारतीय संविधान देश के हर व्यक्ति को समानता का अधिकार प्रदान करता है परंतु कुछ नकारात्मक मानसिकता वाले लोग अल्पसंख्यक समुदाय के संवैधानिक अधिकारों का हरण कर रहे हैं। आज मुस्लिम समुदाय देश में असुरक्षित है, कभी लव जिहाद, तो कभी गौहत्या, तो कभी अन्य किसी बहाने से मुसलमानों के ख़िलाफ़ प्रायोजित हिंसा की जा रही है, आज देश के मुसलमानों के अधिकारों एवं जीवन के रक्षा के लिए SC ST कानून की तरह ही एक विशेष संरक्षण कानून की आवश्यकता है।
उपस्थितजनों ने हरियाणा में जुनैद और नासिर की हत्या के दोषियों पर कठोर कार्यवाही के साथ मुस्लिम संरक्षण कानून लागू करने की मांग की है।
ज्ञापन में , मज़हर उस्मानी, एडवोकेट श्रीकांत विश्वकर्मा, शेख़ फारुख, आसिफ़ इक़बाल, तौफ़ीक़ चंकी, तारिक़ अंसारी, मुख्तार अली, लतीफ़ अंसारी, प्रतीक गौतम, राहुल बघेल, एजाज़ अंसारी, शाहनवाज अंसारी, फिज्जु खान, वाज़िद क़ादरी, आज़म खान, आदि उपस्थित थे।