करोड़ों खर्च फिर भी नहीं बढ़ी शहर की सुंदरता, अब स्वच्छता सर्वेक्षण में भी फिसड्डी
शहरी एवं आवास मंत्रालय ने जारी की स्वच्छता सर्वेक्षण की रिपोर्ट, 33 से गिरकर 36वें पायदान पर पहुंच गया कटनी नगरनिगम

कटनी, यशभारत। करोड़ों रूपए खर्च करने के बाद न तो शहर की सुंदर बढ़ी और न ही स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम में कटनी नगर निगम को अच्छी रेंकिंग प्राप्त हुई। अब ऐसी स्थिति में नगर निगम के अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना स्वाभाविक है। जानकारी के मुताबिक शहरी एवं आवास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम घोषित कर दिए है। जिसमे कटनी नगर निगम तीन पायदान गिरकर 36वीं पायदान पर पहुंच गया है, जबकि बीते बरस कटनी की रैंक 33वीं थी। हालांकि स्टेट रैंकिंग में नगर निगम का सुधार हुआ है, पिछले वर्ष कटनी नगर निगम दसवे पायदान पर था, जबकि इस वर्ष आठवे पायदान पर रहा।
नगर निगम के अधिकारियों ने इस बात से तसल्ली कर ली है कि कम से कम स्टेट रेंकिंग में भी तो सुधार हुआ है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले साल की स्वच्छता रैकिंग में 1 लाख से 10 लाख की आबादी के शहरों शामिल कटनी नगर निगम ने 33वीं रैंक पाई थी, जिसमें और सुधार के लिए वर्ष 2023 में प्रयास शुरू किए गए। गुरूवार को जारी शहरों की रैकिंग में एक लाख से दस लाख की आबादी के साथ महानगरों को भी शामिल कर रैकिंग जारी की गई है। मुकाबले में जुड़े महानगरों के बीच कटनी नगर निगम अपनी पिछली रैकिंग को बरकरार रखने में पीछे रह गया और 36वीं रैंक हासिल कर सका। बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व ही नगर निगम को ओडीएफ ए प्लस भी मिला है। इसके अलावा फाइव स्टार की श्रेणी में भी नगर निगम का ओवरऑल प्रदर्शन ठीक-ठाक प्रदर्शन रहा। कटनी नगर निगम को स्टार रेकिंग में 5 में से 3 स्टार मिले चुके हैं।
स्टेट रेंकिंग में सुधार
स्वच्छता रैंकिंग के ओवर आल शहरों में से नगर निगम कटनी की रैंक में सुधार हुआ है। पिछली बार नगर परिषद से लेकर बड़े शहरों की ओवर आल रैंकिंग में कटनी नगर निगम 116वें पायदान पर था। इस साल जारी रैंकिंग में नगर निगम ने 49वीं रैकिंग पाई है और 67 पायदान ऊपर आ गया है। इसी प्रकार स्टेट रैंकिंग में भी नगर निगम ने अपना स्थान में दो पायदान का सुधार किया है। पिछले साल नगर निगम स्टेट रैंकिंग में दसवें स्थान पर था और इस साल उसमें और सुधार करते हुए दो पायदान आगे आकर आठवां स्थान पाया है।