
भोपाल। मुख्यमंत्री सरकार पचमढ़ी में 26 और 27 मार्च को मंथन कर रही है। चिंतन बैठक शुरू हो चुकी है। ब्ड शिवराज सिंह चैहान ने अलग-अलग योजना, मिशन और पहलुओं के लिए मंत्रियों की कमेटी बनाई थी, जो पिछले कई दिन से इन सब्जेक्ट पर काम कर रही थी। सभी मंत्री तैयार योजनाओं पर पचमढ़ी में मुख्यमंत्री के सामने प्रेजेंटेशन दिया। हर विषय के लिए आधे घंटे का समय दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कन्यादान योजना से संबंधित मंत्री समूह के सुझावों को सुनने के बाद कहा कि योजना को एकीकृत किया जाएगा। एक विभाग ही संचालित करेगा। दंपती को प्रमाणपत्र और दीवार घड़ी व घरेलू उपयोग के सामान दिए जाएंगे। व्यवस्थित आयोजन के लिए समिति कार्य करेगी। सुरेश धाकड़ ने सुझाव रखा कि बारात के स्वागत और बेटी की विदाई जनप्रतिनिधि करें। प्रेमसिंह पटेल ने बेटी को दिए जाने वाले सामान में बढ़ोत्तरी करने का सुझाव दिया।
पहला प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को दोबारा शुरू करने पर हुआ। कोरोनाकाल से बंद योजना को अप्रैल से शुरू करने पर सहमति बनी। गंगा स्नान, काशी कोरिडोर, संत रविदास और कबीरदास के स्थलों के दर्शन के साथ योजना शुरू होगी। पहली ट्रिप में मुख्यमंत्री भी ट्रेन में यात्रियों के साथ तीर्थ दर्शन पर जाएंगे। बोगी में स्पीकर के जरिए तीर्थ स्थलों की जानकारी दी जाएगी। बैठक में तीर्थ दर्शन यात्रा के कुछ स्थलों को हवाई मार्ग से भी जोड़ने पर फैसला लिया गया। चिंतन बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि इस चिंतन मंथन से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बांटेंगे। जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे।