रांझी अस्पताल की व्यवस्थाएं देख भड़के कलेक्टर: मरीजों को रिफर की वजाए उनका इलाज करें
डॉक्टर और स्टाफ की हाजिरी रजिस्टर देखा, एक्सपायरी दवाएं रखे जाने पर दिखाई नाराजगी

जबलपुर, यशभारत। रांझी सिविल अस्पताल में फैली अव्यवस्था को देखने सुबह-सुबह कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी पहुंचे तो हड़कंप मच गया। कलेक्टर के साथ क्षेत्रीय विधायक अशोक रोहाणी भी मौजूद थे। कलेक्टर ने अस्पताल के स्टाफ को टूक निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल पहुंचने वाले व्यक्ति इसी उद्देश्य से पहुंचता है कि उचित और सही इलाज मिलेगा लेकिन यहां पहुंचने के बाद उसे दूसरे अस्पताल रिफर कर दिया जाता है। ऐसा नहीं चलेगा मरीजों को अस्पताल में ही उचित और बेहतर इलाज मिले इसकी जिम्मेदारी सभी की होगी।

समय पर आने की आदत डालो तो सब सही रहेगा
कलेक्टर ने अस्पताल का स्टाफ रजिस्टर देखा जिसमें कुछ अधिकारी-कर्मचारी द्वारा आने-जाने का समय निर्धारित होने के बाबजूद समय पर पहुंच रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि समय पर आने की आदत डालकर कर्मचारी-अधिकारी बहुत कुछ सुधार कर सकते हैं।
एक्सपायरी दवाएं रखने की जरूरत क्या
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान दवा काउंटर का अवलोकन किया इस दौरान देखा कि काउंटर पर एक्सपायरी दवाएं रखी हुई थी। कलेक्टर ने कहा कि जब ये दवाएं काम की नहीं है तो फिर क्यों काउंटर में रखकर सजाए हुए हो। इस पर अस्पताल स्टाफ ने जल्द ही एक्सपायरी दवा हटाने की बात कही।
इस वजह से अस्पताल में विवादों में
मालूम हो कि चंपानगर रांझी निवासी रुचि भावसार उसके परिजनों ने राजेश उर्फ राजू भावसार को हार्ट प्रॉबलम होने पर अस्पताल लेकर पहुंचे थे। परिजनों का कहना था कि उनके सीने में हल्का दर्द उठा था। बिना देर किए तुरंत अस्पताल लेकर आ गए। स्ट्रेचर पर पड़े-पड़े वो दर्द से छटपटाते रहे, और कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। लगभग एक घंटे बाद एक डॉक्टर पहुंचे, तो मृत घोषित कर दिया। रांझी चुंगी में वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले राजेश उर्फ राजू भावसार (52) को दुकान में बैठे-बैठे सीने में दर्द उठा। पड़ोसी दुकानदार तुरंत उन्हें बाइक पर बिठाकर रांझी अस्पताल पहुंच गए। पता चला कि वहां कोई डॉक्टर नहीं है। दुकानदार रईस खान के मुताबिक अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि मरीज को स्ट्रेचर पर लिटा दो अभी डॉक्टर साहब आ रहे हैं। एक घंटे तक डॉक्टर के आने का इंतजार होता रहा। समय पर इलाज न मिलने से राजू ने दम तोड़ दिया।
स्टाफ को प्रशिक्षण की जरूरत है
कलेक्टर ने कहा कि रांझी अस्पताल में कार्यरत स्टाफ को प्रशिक्षण की जरूरत है। शिकायतें मिल रही थी कि अस्पताल स्टाफ का बर्ताव मरीज और उनके परिजनों से ठीक नहीं रहता है यहां आकर पता चला कि स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाना बहुत जरूरी होगा। अस्पताल में बेहतर सेवाएं हो इसका प्लान भी तैयार किया जा रहा है। विधायक ने भी कुछ फंड उपलब्ध कराने को कहा जिससे अव्यवस्थाओं को सुधारा जा सकता है।