परिवार के सहयोग से ही नारी सम्मान की हकदार बन पाती है…. मंत्री संपतिया उइके…. पढ़े पूरी खबर
उइके सहित जिले की 151 महिला कर्मचारी, अधिकारी सम्मानित

मंडला, यश भारतl
हमारे देश में नारी शक्ति के पूजन की परम्परा सदियों पुरानी है हमारे धर्म ग्रंथ मनुस्मृति के 3/56 श्लोक में लिखा है कि “यत्र नरयस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता, यत्र तु एताः न पूज्यन्ते तत्र सर्वाः क्रियाः अफलाः (भवन्ति)” अर्थात जहाँ नारियों की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास करते हैं और जहाँ नारियों की पूजा नहीं होती है, वहाँ किये गये समस्त अच्छे कर्म निष्फल हो जाते हैं। लेकिन आज की नारियां पूजा नहीं समानता और सम्मान चाहती है, जो कि हमारे देश का संविधान उन्हें इसका अधिकार प्रदान करता है। लेकिन इतने सारे नियम कानून होने के बाद भी सामाजिक जीवन में आज भी उन्हें पूर्ण रूप से उतनी समानता और सम्मान प्राप्त नहीं है, जितने की वो हकदार हैं।
ऐसे में ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन द्वारा सामाजिक क्षेत्रों में अपनी सहभागिता निभाते हुए महिला सम्मान और समानता के लिए सतत् प्रयास किया जा रहा है। एसोसिएशन में महिला साथियों को पुरुष पदाधिकारियों के साथ बराबरी का दर्जा प्राप्त है। उन्हें एसोसिएशन के हर कार्यक्रमों, आन्दोलनों में पुरुष वर्ग के समान ही सलाह मशविरा करने, नेतृत्व करने, फैसला लेने आदि का अधिकार प्राप्त है। एसोसिएशन तथा अपने शासकीय दायित्वों में अग्रणी और सक्रिय भूमिका निभाने के लिए उन्हें समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाता रहा है। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन द्वारा प्रति वर्ष महिला दिवस को शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्रों में अपना योगदान देने वाली महिला कर्मचारियों को भव्य कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाता है।
इसी तारतम्य में इस वर्ष 2024 में महिला दिवस के अवसर पर ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन जिला शाखा मंडला द्वारा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मंत्री संपतिया उइके लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग,विशिष्ट अतिथि प्रतिभा शुक्ला आईएएस डिविजनल मैनेजर वन विकास निगम मंडला, विनीता जाटव फारेस्ट रेंजर मोहगांव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी नैनपुर जागृति श्रीवास्तव, मंडला कल्पना नामदेव तथा एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर की अध्यक्षता में जिले की 151 महिला कर्मचारी अधिकारियों को स्मृति चिन्ह, डायरी पेन भेंट कर सम्मानित किया गया।मंत्री संपतिया उइके ने कहा पुरुषों का भी महत्व कम नहीं है,नारी भी बिना परिवार के सहयोग के कुछ नहीं कर सकती,परिवार के सहयोग से ही वह सम्मान की हकदार बन पाती है।
प्रतिभा शुक्ला डिविजन मैनेजर वन विभाग मंडला द्वारा भी इस कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की गई शायद यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश स्तर में भी अदभुत है।उन्होंने कहा हम महिलाओं को यह समझना होगा हम पुरूषों से कहीं अधिक आगे हैं,यहां पर उपस्थिति मातृ शक्ति राष्ट्र निर्माण की शक्ति है जो अनेक विद्यार्थियों का भविष्य को बनाती है। कार्यक्रम के अंत में मातृशक्तियों के लिए कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता सहित कुछ रोचक प्रतियोगिताएं रखी गईं, प्रथम पुरस्कार प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।