सामूहिक बलात्कार के बाद महिला को उतारा मौत के घाट, दो आरोपी गिरफ्तार
कटनी, यशभारत। राजीव गांधी वार्ड स्थित सत्य नारायण मंदिर के पास निवासी 47 वर्षीय राधा पटेल की निर्मम हत्या का माधवनगर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने आधारकाप स्थित खेत में महिला के साथ पहले बलात्कार किया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी।
गौरतलब है कि झिंझरी पुलिस चौकी के अंतर्गत गुलवारा में बायपास मार्ग के पास शुक्रवार की सुबह एक महिला की बोरे में बंद लाश मिली थी। महिला की शिनाख्त राजीव गांधी वार्ड निवासी 47 बर्षीय राधा पति गोपी पटेल के रूप में की गई थी। महिला विगत 18 फरवरी से लापता थी। शुक्रवार की सुबह आते-जाते हुए लोगों ने सडक़ किनारे गड्ढे में प्लास्टिक के काले बोरे में एक महिला की लाश देखी। लाश देखे जाने के बाद यह बात समूचे क्षेत्र में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। जांच करते हुए पुलिस ने जब बोरा खुलवाया तो उसमें हरे रंग की साड़ी पहने महिला की लाश निकली।
महिला का शव पूरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया था। चोट के निशान के कारण महिला का चेहरा पूरी तरह बिगड़ चुका था, जिससे उसे पहचानना भी मुश्किल था लेकिन पुलिस को चंद घंटोंं के अंदर ही महिला की पहचान करने में सफलता मिल गई। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की। महिला का शव मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा के साथ घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया था एवं इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने के लिए घटनास्थल पर एफएसएल की टीम एवं डाग स्कवाड को भी बुलाया गया था। एसपी ने वारदात का खुलासा करने के लिए अलग-अलग टीम बनाई थी।
इनकी रही भूमिका
इस वारदात का खुलासा करने में थाना प्रभारी माधवनगर मनोज गुप्ता, चौकी प्रभारी झिंझरी महेन्द्र जायसवाल, उनि कुलदीप सिंह, उनि अरुनपाल, उनि प्रतीक्षा चंदेल, सउनि संतोष सिंह, सउनि कप्तान सिंह, प्रधान आरक्षक नीलेश, आशीष, आरक्षक रवीन्द्र, मणी, नीरज, अभय, राजेन्द्र, भुवनेश्वर, चंद्रेश, कोतवाली से आरक्षक अमित सिंह, उपेन्द्र, अजय, विकास साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत की भूमिका रही।
ऐसे हुआ वारदात का खुलासा
पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देशन व नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में अज्ञात आरोपी की तलाश के लिये टीम बनाकर आरोपी की धरपकड़ के निर्देश दिये गए थे। माधवनगर थाना प्रभारी मनोज गुप्ता द्वारा टीम लगाकर सीसीटीवी कैमरे व साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पतासाजी की गई। विवेचना के दौरान मृतिका के परिजनों से पूछताछ के दौरान पता चला कि आधारकाप निवासी विकास निषाद का आना-जाना था।
विकास को मृतिका पुत्री रोशनी पटेल द्वारा फोन करने पर विकास का नंबर बंद आ रहा था। मुखबिर से सूचना मिली कि जिस दिन से मृतिका गुमी है, उसी दिन से विकास निषाद व उसका दोस्त आकाश बर्मन घरों में नहीं आए। संदेहियों की तलाश में मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि विकास तथा आकाश अधारकाप में विकास के खेत में रुके है, जिस पर पुलिस ने दबिश दी। दोनों खेत में मिले व पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया, जिन्हे घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ के विकास ने बताया कि वह राधा बाई को पहले से जानता था। उसके घर में आना जाना लगा रहता था। 20 फरवरी की शाम राधा पटेल को सिलेण्डर कनेक्शन अपडेट कराने उनके घर राजीव गाँधी से अपनी दो पहिया सीडी डॉन में बैठाकर एसबीआई तिराहा लाया, जहां उसका दोस्त आकाश मिला, जिसे साथ लेकर वे तीनों बस स्टेण्ड गैस एजेन्सी गये।
राधा पटेल को विकास निषाद के खेत से ताजी सब्जी तोडक़र देने का बहाना बनाकर अपने साथ ले गए, जहां खेत के बीच में बनी मढिया मे अन्दर जबरन लेटाकर बारी-बारी से बलात्कार करने की कोशिश की। मृतिका द्वारा विरोध करने पर पहले आकाश ने मृतिका के चेहरे व शरीर में घूंसों एवं लात से मारा और दोनो नें मृतिका के साथ बारी बारी करके जबरन बलात्कार किया, जिससे मृतिका बेसुध हो गई। मृतिका ने जब इसकी रिपोर्ट पुलिस में लिखाने के लिए कहा, तो दोनों ने मिलकर मृतिका को जबरदस्ती अपनी गाड़ी मे बीच में बैठाकर चंक्की घाट के रास्ते से ट्रान्सपोर्ट नगर होते हुये इन्द्रानगर वाले रोड से उतरकर सुंगरहा शाहनगर वाले रास्ता निकल गये तथा सुंगरहा गावं के आगे दाहिने तरफ कच्ची रास्ता से सूनसान जंगल तरफ रोड से करीब 300 मीटर अन्दर ले गये, वहां मृतिका को उतारकर जमीन में पटक दिये।
दोनों ने वहीं पड़े पत्थरों से मृतिका के सिर व चेहरे पर पटककर मृतिका की हत्या कर दी। विकास ने आकाश बर्मन को गर्ग तिराहे के पास गली मे छोडकर अपने खेत जाकर दो बडी बडी बोरियां ली और उन बोरी के अंदर धान का पैरा व रस्सी भरकर अपनी गाडी में रखरकर सुंगरहा जंगल गया तथा जहां मृतिका की लाश बोरी में भरकर गाड़ी में पीछे तरफ बांधकर वापस इन्द्रानगर ओवरब्रिज होते हुए गुलवारा ओवर ब्रिज के पहले रोड किनारे बने सूखे नाले पर बोरी से बंधी मृतिका की लाश को फेंक दिया।