आचार्य चाणक्य अपनी तीव्र बुद्धिमानी, अर्थशास्त्री, कुशल राजनीतित्र और कूटनीतिज्ञ के बारे में जाने जाते हैं. चाणक्य की नीतियां और महान संदेश आज भी विद्यमान हैं. चाणक्य ने नीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र और कामशास्त्र पर कई पुस्तकें लिखी, जोकि आप भी प्रासंगिक है.
आज की चाणक्य नीति में आपको बताएंगे ऐसे प्राणियों के बारे में जिन्हें गहरी नींद से जगाने का खतरा कभी नहीं उठाना चाहिए, वरना आपकी जान खतरे में पड़ सकती है. आइये जानते हैं किन्हें नींद से नहीं उठाना चाहिए.
अहिं नृपं च शार्दूलं किटिं च बालकं तथा ।
परश्वानं च मुर्खं च सप्त सुप्तान् बोधयेत् ।। (9/7/- 255 चाणक्य नीति)
इस नीति में चाणक्य कहते हैं- सांप, राजा, शेर, चीता, बालक, दूसरे का कुत्ता और मूर्ख इन 7 प्राणियों को सोते हुए नींद से कभी नहीं जगाना चाहिए. वरना यह आपके लिए बहुत बड़ा ही खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि इन्हें जगाना जोखिम से कम नहीं.
- चाणक्य कहते हैं कि अगर बहुत जरूरी काम न हो तो राजा को नींद से नहीं जगाना चाहिए. इससे वो क्रोधित हो सकते हैं और क्रोध में आकर सजा सुना सकते हैं.
- सोते हुए शेर को जगाने की भूल तो कभी नहीं करनी चाहिए. अगर शेर जाग गया तो वह सीधे आप पर जानलेवा हमला करने लगेगा.
- सांप भी अगर गहरी नींद में हो तो उसे नहीं जगाना चाहिए ना ही उसे छेडना चाहिए, जिससे उसकी नींद खुल जाए. अगर सांप एक बार नींद से जाग गया तो वह सीधे आपको डंसने का ही प्रयास करेगा. अगर सांप बहुत बड़ा हुआ तो वह आपके लिए और अधिक खतरनाक साबित हो सकता है.
- बहुत छोटा बच्चा जब सो रहा हो तो उसे भी नहीं जागना चाहिए. क्योंकि नींद से अचानक उठने पर बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और बिना वजह रोने-चिल्लाने लगते हैं, जिसके बाद उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है.
- किसी कुत्ते को भी नींद से नहीं जगाना चाहिए. ऐसा करना आपके लिए घातक साबित हो सकता है. अगर सोते हुए कुत्ते को नींद से जगा दिया तो वह सीधे आपको काटने के लिए दौड़ पड़ेगा.
- मूर्ख व्यक्ति को भी नींद से जगाना नहीं चाहिए. क्योंकि ऐसे लोग नींद से जागने के बाद सीधा झगड़ा करने लगेगा. ऐसे लोगों को तो जरूरी काम होने पर भी नींद से नहीं उठाना चाहिए.
- डंक मारने वाले जीव-जंतुओं को भी छेड़ने या नींद से जगाने से बचना चाहिए. इससे ये जीव आप पर हमला कर सकते हैं.