WC रेलवे में बड़ा रेल हादसा: कास्टिक सोडा से भरी मालगाड़ी कपलिंग टूटने से पटरी से उतरी
जबलपुर/भोपाल | यश भारत डिजिटल डेस्क शनिवार 19 अप्रैल को पश्चिम मध्य रेलवे के इटारसी रेलवे स्टेशन के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कास्टिक सोडा से भरी एक मालगाड़ी की कपलिंग टूट गई और वह दो हिस्सों में बंट गई। इस दौरान एक वैगन पटरी से नीचे उतर गया, जिससे ट्रैक के नीचे लगे सीमेंट स्लीपरों को भी नुकसान पहुंचा। घटना सुबह करीब 11 बजे की है जब भोपाल से इटारसी की ओर जा रही यह मालगाड़ी पोल संख्या 745/44 ए के पास पहुंची। अचानक एक जोरदार झटके के साथ कपलिंग टूट गई और गाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। इसके बाद एक वैगन के चारों पहिए पटरी से नीचे उतर गए। रेस्क्यू टीम की कड़ी मशक्कत, डेढ़ घंटे में बहाल हुआ ट्रैक घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू कार्य तुरंत शुरू किया गया और करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 12:30 बजे वैगन को फिर से पटरी पर लाया गया। रेलवे प्रशासन ने बताया कि गनीमत यह रही कि इस घटना से यात्री ट्रेनों की आवाजाही पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। घटना से संबंधित ट्रैक को तुरंत सुरक्षा घेरे में लेकर सुधार कार्य शुरू किया गया। खतरनाक केमिकल से लदी थी मालगाड़ी मालगाड़ी के टैंकर वैगन में कास्टिक सोडा लदा हुआ था, जो कि एक खतरनाक रसायन है और लीक होने की स्थिति में बड़ा खतरा पैदा कर सकता था। रेलवे सूत्रों के अनुसार, गाड़ी का नाम एमएयूटी था। हादसे में केमिकल लीक होने की कोई जानकारी नहीं है, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। पटरी के नीचे लगे 12 से अधिक स्लीपर क्षतिग्रस्त रेलवे इंजीनियरों के अनुसार, एक दर्जन से ज्यादा सीमेंट स्लीपर इस घटना में टूट गए हैं, जिन्हें बदलने का कार्य किया जा रहा है। रेलवे ने मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कपलिंग टूटने का कारण तकनीकी खराबी थी या रखरखाव में लापरवाही।
जबलपुर/भोपाल | यश भारत डिजिटल डेस्क
शनिवार 19 अप्रैल को पश्चिम मध्य रेलवे के इटारसी रेलवे स्टेशन के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कास्टिक सोडा से भरी एक मालगाड़ी की कपलिंग टूट गई और वह दो हिस्सों में बंट गई। इस दौरान एक वैगन पटरी से नीचे उतर गया, जिससे ट्रैक के नीचे लगे सीमेंट स्लीपरों को भी नुकसान पहुंचा।
घटना सुबह करीब 11 बजे की है जब भोपाल से इटारसी की ओर जा रही यह मालगाड़ी पोल संख्या 745/44 ए के पास पहुंची। अचानक एक जोरदार झटके के साथ कपलिंग टूट गई और गाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। इसके बाद एक वैगन के चारों पहिए पटरी से नीचे उतर गए।
रेस्क्यू टीम की कड़ी मशक्कत, डेढ़ घंटे में बहाल हुआ ट्रैक
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और तकनीकी टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू का

रेलवे प्रशासन ने बताया कि गनीमत यह रही कि इस घटना से यात्री ट्रेनों की आवाजाही पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। घटना से संबंधित ट्रैक को तुरंत सुरक्षा घेरे में लेकर सुधार कार्य शुरू किया गया।
खतरनाक केमिकल से लदी थी मालगाड़ी
मालगाड़ी के टैंकर वैगन में कास्टिक सोडा लदा हुआ था, जो कि एक खतरनाक रसायन है और लीक होने की स्थिति में बड़ा खतरा पैदा कर सकता था। रेलवे सूत्रों के अनुसार, गाड़ी का नाम एमएयूटी था। हादसे में केमिकल लीक होने की कोई जानकारी नहीं है, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई।
पटरी के नीचे लगे 12 से अधिक स्लीपर क्षतिग्रस्त
रेलवे इंजीनियरों के अनुसार, एक दर्जन से ज्यादा सीमेंट स्लीपर इस घटना में टूट गए हैं, जिन्हें बदलने का कार्य किया जा रहा है।
रेलवे ने मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कपलिंग टूटने का कारण तकनीकी खराबी थी या रखरखाव में लापरवाही।