मणिपुर के चुराचांदपुर में हिंसा, 2 की मौत, 25 घायल:400 लोगों ने SP ऑफिस पर हमला किया; 5 दिनों के लिए इंटरनेट बंद

मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में गुरुवार (15 फरवरी) की देर रात 300-400 लोगों की भीड़ ने SP ऑफिस पर हमला कर दिया। लोगों ने SP ऑफिस पर पथराव किया। एक बस और आसपास की जगहों में आग लगा दी।
मणिपुर पुलिस के मुताबिक, जवाब में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) सहित दूसरे सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागे। सुरक्षाबलों ने फायरिंग भी की, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। करीब 25 लोग घायल हैं।
ताजा हिंसा के बाद चुराचांदपुर में 5 दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि हमलावर एक पुलिस कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने का विरोध कर रहे थे।
चुराचांदपुर कुकी-जो जनजाती बहुल क्षेत्र है। यह राजधानी इम्फाल से 65 किलोमीटर दूर है। मणिपुर में मई 2023 में शुरू हुई हिंसा में चुराचांदपुर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।
हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने के विरोध में हमला
मणिपुर पुलिस के मुताबिक, 14 फरवरी को हेड कॉन्स्टेबल सियामलालपॉल का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वो हथियारबंद लोगों के साथ दिखाई दिए थे। इसके बाद SP ने उनके खिलाफ एक्शन लिया था।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि हेड कांस्टेबल को गलत तरीके से निलंबित किया गया है। उन्होंने सियामलालपॉल को वापस बहाल करने की मांग की।
13 फरवरी को पुलिस ट्रेनिंग सेंटर-IRB पोस्ट पर हमले हुए
मणिपुर के इम्फाल ईस्ट में मंगलवार (13 फरवरी) को हिंसा में एक की मौत हुई थी। 3 लोग घायल हुए थे। उपद्रवियों ने पेंगेई के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में हमला किया और हथियार लूटने की कोशिश की थी।
इसके अलावा तेजपुर इलाके में इंडिया रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर भी हमला किया गया। यहां से 6 AK-47, 4 कार्बाइन, 3 राइफल, 2 LMG और कुछ ऑटोमैटिक हथियार भी लूटे गए। गोलीबारी, हमले और हथियारों की लूट के वीडियो भी सामने आए थे।
हिंसा के बाद का ड्रोन फुटेज सामने आया था। इसमें पहाड़ी पर मौजूद लोग अपने घायल और मृत साथियों को ले जाते नजर आए। हिंसा में मरने वाले शख्स की पहचान 25 साल के सागोलसेम लोया के रूप में हुई।
फुटबॉल खेल रहे बच्चों पर भी चलाई गोलियां
शांतिपुर इरिल नदी के पास जब गोलीबारी शुरू हुई तो वहां कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। उन पर भी हथियारबंद लोगों ने गोलियां चलाईं। घबराए हुए बच्चे अपनी जान बचाने के लिए झाड़ियों में छिप गए। इस दौरान वह घायल हो गए।
दरअसल, इम्फाल ईस्ट के खामेनलोक में जहां यह घटना हुई, वह मैतई बहुल इलाका है। इसके पास ही कांगपोकपी इलाका है, जो कुकी बहुल इलाका है। दोनों गुटों के बीच पहले भी हिंसा हुई है।