श्री कल्कि धाम में प्रधानमंत्री द्वारा पूजित शिलाओं की भूगर्भ स्थापना, शंकराचार्य सदानंद सरस्वती के सान्निध्य में भव्य अनुष्ठान

संभल यशभारत उत्तर प्रदेश के संभल जनपद स्थित ऐंचोड़ा कंबोह में निर्माणाधीन श्री कल्कि धाम में आज एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूजित पवित्र शिलाओं की भूगर्भ स्थापना आज श्रीमद् जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारका-शारदा पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज के सान्निध्य और मार्गदर्शन में की गई। इस अनुष्ठान को सनातन धर्म के पुनर्जागरण का प्रतीक माना जा रहा है।
भव्य अनुष्ठान और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति:
इस विशेष धार्मिक अनुष्ठान के दौरान श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। आयोजन को लेकर पूरे क्षेत्र में अभूतपूर्व आध्यात्मिक उत्साह और धार्मिक श्रद्धा का वातावरण देखने को मिला। इस कार्यक्रम को सनातन धर्म की परंपरा, संस्कृति और आस्था के पुनर्जागरण के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था शिलादान:
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री कल्कि धाम में शिलादान किया था, उस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे। उन्हीं पवित्र शिलाओं की आज भूगर्भ स्थापना की गई, जो मंदिर निर्माण का एक महत्वपूर्ण चरण है।
शंकराचार्य की चरण पादुका का पूजन:
श्री कल्कि धाम पहुंचने पर जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारका-शारदा पीठाधीश्वर स्वामी सदानंद सरस्वती का पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भव्य स्वागत किया। उज्जैन महाकालेश्वर से पधारे पुरोहितों द्वारा स्वस्तिवाचन किया गया। स्वागत के उपरांत शंकराचार्य ने कूर्म शिला (जो कि मंदिर की नींव से संबंधित है) के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए। इसी क्रम में, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने भी श्री कल्कि धाम पहुंचकर कूर्म शिला का दर्शन-पूजन किया और स्वयं भी शिलादान किया। इसके बाद शंकराचार्य की चरण पादुका का विशेष पूजन किया गया। इस पादुका पूजन में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार, हरिद्वार विधायक उमेश कुमार, अजय सिंघल, पूजा अग्रवाल, ललिता त्यागी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे। इस अवसर पर हेमंत, प्रणीत गुप्ता, परमेश्वर लाल सैनी, दुष्यंत, राजेश सिंघल, प्रतुल यादव, अंजलि चाहल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। यह आयोजन धार्मिक आस्था के साथ-साथ समाज में आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है।