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ट्रम्प ने H1B वीजा पर लगाई भारी फीस

सौ बीमारियों की एक दवा स्वदेशी आत्मनिर्भरता : मोदी

ट्रम्प ने H1B वीजा पर लगाई भारी फीस

सौ बीमारियों की एक दवा स्वदेशी आत्मनिर्भरता : मोदी

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात में भवानी रोटीओं के धाम सूत्रधार जैसी सुखद यात्रा। उन्होंने 34,200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इनमें समूह पेय जल योजना और सौ बीमारियों की एक दवा स्वदेशी विकास को नई दिशा देंगे। इस दौरान मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जब तक भारत अपनी जरूरतों को खुद पूरा करने के लिए स्वदेशी निर्माण नहीं करेगा, तभी वह आत्मनिर्भर बन पाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ऐसे समय आ रहा है जब अमेरिका के एच-1 बी-1 बी वीजा की फीस में भारी इजाफा किया। इस वीजा की पाने के लिए एक लाख डॉलर चुकाने होंगे। डॉलर की इस कदम से लाखों भारतीय पेशेवरों पर असर पड़ने वाला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शांति, स्थिरता और भाईचारे के लिए दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा और आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर बनाना ही होगा। पीएम मोदी ने कहा कि जब तक भारत अपनी जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम नहीं रहेगा, तब तक भारत किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में फैले कोरोना संक्रमण ने हमें सिखाया है कि जब तक हम अपनी जरूरतें खुद पूरी नहीं करेंगे, तब तक हम आत्मनिर्भर नहीं बन सकते। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए 100 दवाओं की एक ही दवा आत्मनिर्भरता है। पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के अभियान में हमें एकजुट होकर काम करना होगा और इस अभियान को सफल बनाना होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि चिकित्सा भारत के लिए स्वदेशी आत्मनिर्भरता का बड़ा जरिया बनेगी। पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में बन रही कई परियोजनाएं भारत को आत्मनिर्भर बनाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत का रास्ता आत्मनिर्भरता से होकर गुजरेगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए आत्मनिर्भरता ही सबसे बड़ी रणनीति बनकर उभरेगी। उन्होंने कहा कि जब भारत आत्मनिर्भर बनेगा तभी वह दुनिया का नेतृत्व कर सकेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका युवा होगा। पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत अपनी जरूरतों को खुद पूरा करेगा, तभी वह दुनिया के सामने गर्व के साथ खड़ा हो सकेगा।

तनखा ने कहा अमेरिका के इनोवेशन पतन की शुरुआत

इस मामले में राज्य सभा सदस्य और देश के जाने माने अधिवक्ता विवेक तनखा ने ट्वीट करते हुए प्रतिक्रिया दी है कि अमेरिका ने कई गुणा बढ़ाया एच1बी वीजा शुल्क, तुरंत 86 लाख रुपये $100,000 हर बार वीजा इश्यू हुआ फीस लेंगे। इंडियन टैलेंट को अमेरिका भेजने का रास्ता हुआ रिस्ट्रिक्ट। अमेरिका ट्रम्प की नीतियों का अमेरिका के इनोवेशन पतन की शुरुआत।

Vivek Tankha (ट्विटर पोस्ट)

अमेरिका ने कई गुणा बढ़ाया H1B वीजा का शुल्क, तुरन्त 86 लाख रुपये $100,000, हर बार वीजा इश्यू हुआ फीस लेंगे। इंडियन टैलेंट को अमेरिका भेजने का रास्ता हुआ रिस्ट्रिक्ट !! अमेरिका ट्रम्प की नीतियों का इनोवेशन पतन की शुरुआत !!!

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एच 1 बी के लिए अमेरिका लेगा 88 लाख रुपये

अमेरिका ने एच-1बी वीजा की फीस में भारी इजाफा किया है। अब इस वीजा को पाने के लिए इच्छुक लोगों को वीजा डॉलर की बढ़ी हुई फीस का भुगतान करना होगा। इस फैसले से लाखों भारतीय पेशेवर प्रभावित होंगे। अमेरिका ने एच-1बी वीजा शुल्क को बढ़ाकर अब 88 लाख रुपये ($100,000) कर दिया है। पहले यह शुल्क काफी कम था लेकिन अब इसमें भारी बढ़ोतरी कर दी गई है।

अमेरिका के इस कदम से भारतीय आईटी सेक्टर और अन्य प्रोफेशनल्स पर बड़ा असर पड़ेगा। भारतीय आईटी कंपनियां अपने कर्मचारियों को अमेरिका भेजने के लिए एच-1बी वीजा का सहारा लेती हैं। लेकिन अब बढ़ी हुई फीस की वजह से भारतीय कंपनियों को भारी आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा।

भारत सरकार इस मामले पर अमेरिका से बातचीत कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा और अपनी जरूरतें खुद पूरी करनी होंगी। अमेरिका का यह कदम भारत के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और सबक है।

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