भोपाल

मेट्रो प्रोजक्ट के दूसरे चरण में ट्रेन ने पकड़ी गति, हुआ सफल परीक्षण  – विशेषज्ञों की टीम ने किया सफर, प्रबंधन का दावा सितंबर तक शुरू कर देंगे संचालन, यात्रियों को मिलेगी सुविधाएं

मेट्रो प्रोजक्ट के दूसरे चरण में ट्रेन ने पकड़ी गति, हुआ सफल परीक्षण
– विशेषज्ञों की टीम ने किया सफर, प्रबंधन का दावा सितंबर तक शुरू कर देंगे संचालन, यात्रियों को मिलेगी सुविधाएं
आशीष दीक्षित, भोपाल। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में ट्रेन का सफल परीक्षण मुंबई से आए विशेषज्ञों की टीम की निगरानी में किया गया। इस दौरान मेट्रो ट्रेन की गति नापी गई जो कि तय लक्ष्य के अनुरूप रही। ट्रेन ने पांच स्टेश्नों की दूरी कुछ ही मिनटों में पूरी कर ली। ट्रेन के सफल परीक्षण के बाद विशेषज्ञों ने भी खुशी जताई है। वहीं रेल प्रबंधन के आला अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो रेल की सुविधा का संचालन सितंबर माह से कर दिया जाएगा। पहले चरण में भोपाल मेट्रो का करीब सात किमी के रूट का काम पूरा किया गया था। दूसरे फेज में प्रयास किया जा रहा है कि स्टेशनों में सभी सुविधाओं के साथ ही ट्रेन का संचालन शुरू किया जाए। सबसे पहला फोकस ट्रेन की गति और यात्रियों की सुविधा पर किया जा रहा है।
आठ स्टेशनों का किया गया निर्माण
सुुभाष नगर से एम्स तक खोला जाएगा, जिसमें कुल 8 स्टेशन होंगे। यह रूट एलिवेटेड कॉरिडोर के रूप में विकसित हो रहा है। इसमें रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (आरकेएमपी) पर स्काईवॉक बनेगा। 700 मीटर का स्काईवॉक का एक सिरा मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स और दूसरा सिरा रेलवे स्टेशन के कॉनकोर्स से जुड़ा होगा।
मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन 90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से किया जाएगा।
विशेषज्ञों की टीम ने लिया जायजा, किया सफर
इस ट्रायल की निगरानी आरडीएसओ (रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन) द्वारा की जा रही है। सात सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को भोपाल मेट्रो ट्रेन का सफर किया। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक मेट्रो ट्रेन के पहुंचने के समय का आंकलन किया गया।
27 ट्रेनों को चलाने का रखा लक्ष्य
मेट्रो रेल प्रबंधन ने 27 ट्रेनों को चलाने का लक्ष्य रखा है।
अब तक 9 मेट्रो ट्रेनें भोपाल पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि ट्रेन तीन कोच की होगी, जो लगभग 900 यात्रियों को ले जाने में सक्षम होगी। इनमें 150 लोगों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। ट्रेनों में दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मेट्रो ट्रेन प्रोजक्ट के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु गौरव के मुताबिक भोपाल मेट्रो का संचालन सितंबर माह तक करने का लक्ष्य रखा है। ट्रायल और सुरक्षा अनुमोदन के बाद राज्य सरकार अंतिम निर्णय लेगी।
इस तरह होगा टिकट सिस्टम
_भोपाल मेट्रो में क्यूआर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम लागू किया जाएगा।
_ यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
_पेयजल, स्वच्छता और दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं शामिल हैं।
_सुरक्षा के लिए  रिटायर्ड फौजियों और निजी सुरक्षा एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी।
_ सभी स्टेशनों पर एएफसी (ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन) गेट लगाए जा रहे है।
_ बारकोड टिकट से प्रवेश मिलेगा।
बरसात के कारण काम हो प्राभावित
भोपाल में मानसून की बरसात ने मेट्रो लाइन प्रोजक्ट के काम की धीमा कर दिया है। एक ओर मेट्रो ट्रेन का सफल परीक्षण किया गया तो वहीं अंडरग्राउंड लाइन में दिक्कत आ रही है। दरअसल बरसात का पानी जमा हो रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का दवा है कि लाइन का काम समय रहते पूरा किया जायेगा। टनल बोरिंग मशीनों को प्लेटफार्म नंबर छह की ओर जमीन में उतारी जाएगी। मेट्रो रेल कारपोरेशन ने मशीन की कंपाइलेशन शुरू कर दी है। कई जगहों पर मेट्रो लाइन का प्रोजक्ट चल रहा है।
दूसरे चरण में सफल परीक्षण किया
मेट्रो ट्रेन का सफल परीक्षण दूसरे चरण में किया गया है। ट्रेन अपनी रफ्तार के साथ स्टेशनों पर पहुंच गई। विशेषज्ञों की निगरानी में काम तेजी से किया जा रहा है।
_ हिमांशु गौरव, मेट्रो ट्रेन प्रोजक्ट , जनसंपर्क अधिकारी

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