यातायात अधिकारियों की चूक ले रही जान,हाईवे पर वाहनों की बेलगाम हुई रफ्तार लगातार हाईवे के हादसों के बाद जिम्मेदारों ने आंखें भर मूंदी

यातायात अधिकारियों की चूक ले रही जान,हाईवे पर वाहनों की बेलगाम हुई रफ्तार
लगातार हाईवे के हादसों के बाद जिम्मेदारों ने आंखें भर मूंदी
जबलपुर यश भारत।शहर को विभिन्न महानगरों से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे तीस पर पिछले दिनों हुए भीषण हादसों ने एक बार फिर नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार और उसकी सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। कुल मिलाकर अभी तक इन सब हादसो में 15 -18 लोग जान गवां बैठे हैं। जिम्मेदारों ने एक बार फिर आंख बंद कर ली है। तेज रफ्तार वाहन थोड़ी सी चूक के कारण हादसों का शिकार हो रहे हैं। नेशनल हाईवे पर लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। इसके बावजूद वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।
ये हैं कमियां
हाइवे पर सही ढंग से नहीं है मार्किंग
कई स्थानों पर डिवाइडर टूटे
कई स्थानों पर संकेतक नहीं
मवेशियों का जमावड़ा
नेशनल हाईवे पर पेट्रोलिंग के लिए एनएचएआई की ओर से पेट्रोलिंग टीम रहती है। इस वाहन में तैनात अधिकारी और जवानों को हाईवे पर नजर रखनी होती है। लेकिन पर आश्चर्य की बात यह है कि एनएचएआई की पेट्रोलिंग जबलपुर से लेकर सिहोरा, जबलपुर से लेकर भोपाल और जबलपुर से बरेला तक नजर नहीं आती। सारे विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारियां डालकर बचने का प्रयास करते हैं।
जबलपुर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे-
रीवा-जबलपुर-नागपुर
जबलपुर-भोपाल
जबलपुर-मंडला-रायपुर
ट्रैफिक पुलिस करती है नजरअंदाज
ट्रैफिक व्यवस्था का ख्याल रखना ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी है। ट्रैफिक पुलिस एनएचएआई पर आवश्यक कार्रवाई नहीं करती है। ट्रैफिक पुलिस केवल एनएचएआई पर तेज रफ्तार वाहनों पर इंटरसेप्टर की मदद से कार्रवाई करती है और वसूली कर आंख बंद कर लेती है। वहीं जिला प्रशासन और अन्य विभाग भी एनएचएआई पर हादसों का ग्राफ कम करने कोई प्रयास नहीं करते हैं।
ये हैं जिम्मेदार
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया
ट्रेफिक पुलिस
संबंधित थाना पुलिस
जिला प्रशासन