ब्रेनडेड पुष्पलता के अंगों से तीन को मिला नया जीवन

भोपाल, यशभारत। जिंदादिली से जीवन जीने वाली पुष्पलता जैन अब दुनिया में नहीं है, लेकिन उसके शरीर के महत्वपूर्ण अंग दूसरे जरूरतमंदों के शरीर में प्रत्यारोपित होकर उसकी मौजदूगी का अहसास कराते रहेंगे। 61 वर्षीय पुष्पलता जैन के स्वजनों ने उसके ब्रेनडेड होने के बाद उसके अंगों को दान किया है। जिसमें से लिवर बंसल अस्पताल में भर्ती एक मरीज को ट्रांसप्लांट किया जा रहा है, यह प्रक्रिया बुधवार दोपहर तक पूरी होगी। इसी अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीज को मंगलवार रात को ही किडनी ट्रांसप्लांट की जा चुकी है। एक किडनी इंदौर के शेल्बी अस्पताल में भर्ती मरीज को दान की है, जो मंगलवार रात को ही भेजी जा चुकी है। कार्निया हमीदिया अस्पताल को दान किया है, जो आने वाले समय में किसी मरीज के जीवन से अंधेरा दूर करेगा।बंसल अस्पताल के ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेटर डा. विद्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि अशोका गार्डन निवासी पुष्पलता जैन को ब्रेन हेमरेज हुआ था। डाक्टरों के दल ने काफी प्रयास किया लेकिन वह ठीक नहीं हुई। ब्रेन डेड घोषित करना पड़ा और यह जानकारी उसके स्वजनों को दी। स्वजन पूर्व से जागरूक थे और उन्हें अंगदान करने को लेक गप्रेरित भी किया गया। जिसके बाद उन्होंने अंगदान करने की सहमति दी थी।्र
अस्पताल के डाक्टरों के मुताबिक अंगदान की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। सुबह 10.30 बजे पुष्पलता जैन के पार्थिव शरीर स्वजनों को सम्मान के साथ सौंप दिया गया।