ममता की छांव पाकर खिल उठे नौनिहालों के चेहरे, मथुरा से पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया

बिलहरी से बच्चों के अपहरण का मामला, 5 दिन बाद जबलपुर में आकर कहा….मम्मी आपको छोड़कर कहीं नहीं जाना..
जबलपुर,यशभारत। बिलहरी क्षेत्र से पिस्टल की नोंक पर पिता के द्वारा दो मासूम बच्चों के अपहरण के मामले में गोराबाजार पुलिस को 5 दिन बाद सफलता मिली है। पुलिस ने मथुरा से नायाब सूबेदार राजपाल सिंह को हिरासत में लिया है और साथ ही दोनों बच्चों को उसके चाचा के घर से सुरक्षित पकड़कर उसकी मां के सुपुर्द किया गया। मथुरा से पुलिस की टीम के साथ मंगलवार सुबह करीब 7.30 बजे जबलपुर आए बच्चे अनिकेत सिंह उम्र 6 वर्ष और निकिता कुमारी 8 वर्ष ने जैसे ही अपनी मां भाग्यश्री को देखा वे अपनी मां से लिपट गए। अपने बच्चों को देख मां के चेहरे में खुशी की लहर झूम उठी और उन्होनें गोराबाजार पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया। घर आने के बाद बच्चों ने मां से कहा कि मम्मी हम लोगों को आपको छोड़कर कहीं नहीं जाना है।
2 साथी भी दबोचे गए
जानकारी के अनुसार गोराबाजार पुलिस ने मथुरा से राजपाल सिंह के साथ उसके दो साथी विपिन और विशाल को भी गिरफ्तार किया है और अब पुलिस तीनों से गोराबाजार थाना में पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उक्त कार्यवाही टोलनाका से मिले फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के बाद की है।
अपहरण के बाद सूबेदार के साथी ने की आत्महत्या
जानकारी के अनुसार राजपाल सिंह के साथ बच्चों को अपहृत कर ले जाने वाले साथियों में से एक प्रशांत नामक युवक ने विगत 16 जुलाई को शाजाबाद थाना क्षेत्र के हाथरस इलाके में सुसाइड कर लिया है। प्रशांत ने आत्महत्या क्यों की इसकी पुलिस पतासाजी कर रही है लेकिन बच्चों के अपहरण के मामले से जोड़कर इस सुसाइड को देखा जा रहा है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए नायाब सूबेदार राजपाल सिंह से पूछताछ जारी है।
मां के घर रह रही थी भाग्यश्री
जानकारी के अनुसार भोपाल सिग्नल्स में पदस्थ नायाब सूबेदार राजपाल सिंह का वर्ष 2013 में बिलहरी निवासी भाग्यश्री के साथ प्रेम विवाह हुआ था। पारिवारिक विवादों के कारण 2021 में दोनों अलग-अलग रहने लगे थे। भाग्यश्री बीते दो सालों से अपने मां के साथ बिलहरी में रह रही है।
13 जुलाई की शाम को किया था अपहरण
विगत 13 जुलाई की शाम करीब 7.30 बजे जब दोनों बच्चे घर के पास मंदिर में पूजा करने आए थे, तभी काली कार में पांच लोग उतरे और बंदूक की नोंक पर दोनों बच्चों को उठाकर ले जाने लगे। पड़ोस के लोगों ने जब उन्हें रोका तो बंदूक दिखाकर धमकाया और फिर दोनों बच्चों का अपहरण कर सभी फरार हो गए थे। ये पूरी घटना वहां लगे सीसी कैमरे में कैद हो गई थी। घटना के बाद बच्चों की मां भाग्यश्री यादव ने गोराबाजार पुलिस थाना में पति राजपाल सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी ।
फुटेज के बाद भी क्यों नहीं लगाई आर्म्स एक्ट की धाराएं?
बिलहरी निवासी भाग्यश्री यादव के भाई जय यादव ने यशभारत को बताया कि सीसी कैमरे की फुटेज में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि राजपाल पिस्टल की नोंक पर कार में सवार होकर आया और बच्चों को उठाकर अपने साथ ले गया था। फिर भी पुलिस ने 25,27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज नहीं किया। इसके साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राजपाल सिंह के साथ उसके साथी की गन लिए थे और डरा धमकाकर बच्चों को उठाकर ले गए थे। परिजनों ने गोराबाजार पुलिस से मांग की है कि आर्म्स एक्ट के तहत अपराध कायम करते हुए कार्यवाही की जाए।