
नई दिल्ली, एजेंसी। रूसी और उसके तेल खरीदने वाले देशों को लगातार धमकी देते आ रहे हैं। उन्होंने यूरोप के देशों को भी रूसी तेल खरीदने वालों पर सख्ती बरतने को कहा था। यूरोप देशों को तुरंत रूस से तेल खरीद को रोकने पर तुरंत रोक लगाने को कहा था। ट्रंप का बड़ा निशाना भारत था। क्योंकि ट्रंप लगातार रूस से तेल खरीदने पर भारत से आपत्ति जताए हुए हैं। अब यूरोपीय संघ ने ट्रंप की धमकी को दरकिनार करते हुए भारत से संबंध बेहतर करने के लिए प्रयास किए। कहा कि यूरोप भारत को रूस के पाले में धकेलना नहीं चाहता।
भारत-यूरोपीय संघ के बीच कब साइन होगा फ्री ट्रेड एग्रीमेंट
यूरोपीय संघ की शीर्ष नेता ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि नया एजेंडा व्यापार, निवेश और प्रतिभा गतिशीलता को आगे बढ़ाना, संयुक्त आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करना और रक्षा क्षेत्र में औद्योगिक सहयोग को गहरा करना होगा. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, ”यूरोप पहले से ही भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और हम इस वर्ष के अंत तक अपने फ्री ट्रे एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यूरोप व्यापार के लिए खुला है और हम भारत के साथ अपने साझा भविष्य में निवेश करने के लिए तैयार हैं.”
27 सदस्य देशों के सामने पेश होगा एजेंडा
नए रणनीतिक एजेंडे को यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्य देशों के सामने पेश किया जाएगा. इसे अगले साल होने वाले भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में अपनाया जाएगा. नए रणनीतिक एजेंडे में साझा हित के पांच क्षेत्रों की पहचान की गई है जिनमें सुरक्षा , कनेक्टिविटी और वैश्विक मुद्दे, समृद्धि, स्थिरता, प्रौद्योगिकी और नवाचार शामिल हैं.







