जबलपुरमध्य प्रदेश

मदनमहल फ्लाईओवर पर स्ट्रीट लाइट बंद,हादसे का खतरा

बलदेवबाग से चेरीताल तक छाया रहा अँधेरा

जबलपुर, यशभारत। शहर का बहुप्रतीक्षित मदनमहल-दमोह नाका फ्लाईओवर अभी एक महीने पहले ही जनता को समर्पित हुआ था। लेकिन उद्घाटन के चंद दिनों बाद ही फ्लाईओवर की स्ट्रीट लाइटें बंद होना शुरू हो गई हैं। सोमबार की रात बलदेव बाग से चेरीताल की ओर जाने वाले मार्ग पर दोनों ओर की स्ट्रीट लाइटें बंद रहीं। अंधेरे में तेज रफ्तार गाड़ियां गुजरने से यहां दुर्घटना की आशंका बनी रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर पर लाइट बंद रहने से चलना मुश्किल हो जाता है और थोड़ी सी चूक भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों से लाइटें तत्काल चालू कराने की मांग की है।

मॉर्निंग वॉक बना खतरा

फ्लाईओवर पर सुबह और शाम के समय बड़ी संख्या में लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आ रहे हैं। यह जगह टहलने के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि यहां से तेज रफ्तार में भारी वाहन और कारें निकलती हैं। अंधेरे में स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लाईओवर पर पैदल गतिविधि पूरी तरह से प्रतिबंधित होनी चाहिए। शहर में पहले से कई पार्क और वॉकिंग ट्रैक मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग ऊंचाई और खुलेपन का आनंद लेने फ्लाईओवर पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने अभी तक इस पर रोक नहीं लगाई है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

गलत दिशा से यू-टर्न की समस्या

फ्लाईओवर के साथ बनाए गए डायवर्जन और अलग-अलग लेन पर वाहन चालकों की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। कई लोग समय बचाने के लिए गलत दिशा से यू-टर्न ले रहे हैं। यह न केवल यातायात नियमों का उल्लंघन है बल्कि टकराव और जाम की स्थिति भी पैदा कर रहा है। राहगीरों ने बताया कि आए दिन वाहन आमने-सामने आ जाते हैं और अचानक ब्रेक लगाने से पीछे से टक्कर की संभावना बढ़ जाती है। पुलिस और ट्रैफिक विभाग द्वारा यहां कड़ी निगरानी की जरूरत है ताकि गलत दिशा से गाड़ी मोड़ने वालों पर सख्ती की जा सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

उद्घाटन को केवल हुआ 1 महीना

23 अगस्त को फ्लाईओवर का उद्घाटन हुआ था। लेकिन महज एक माह बाद ही तकनीकी खामियां और सुरक्षा संबंधी समस्याएं सामने आने लगी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही लंबे समय तक बनी रही तो फ्लाईओवर दुर्घटनाओं का हॉटस्पॉट बन सकता है। जिम्मेदार विभाग के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती फ्लाईओवर की स्ट्रीट लाइटें दुरुस्त कर यातायात को सुरक्षित बनाना है।

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