बरेला सीएम राइज प्राचार्य के खिलाफ बैठी जांचः जांच अधिकारी स्कूल पहंुचे गायब मिले, विज्ञान इंस्पायर अवार्ड का ओएसडी बनना मंहगा पड़ा

जबलपुर, यशभारत। बरेला सीएम राइज प्राचार्य को पं. लज्जा शंकर झा उत्कृष्ट विद्यालय में बीते दिनों आयोजित हुए विज्ञान इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम में ओएसडी ( ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी ) बनना मंहगा पड़ गया है। ज्वाइन डायरेक्टर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर कार्यालय ने कड़ा ऐतराज जताते हुए प्राचार्य के खिलाफ जांच बैठाई है। इसके तहत एक जांच अधिकारी शुक्रवार को बरेला सीएम राइज स्कूल पहंुचा था लेकिन प्राचार्य गायब पाए गए। जांच अधिकारी स्कूल स्टाफ को नोटिस थमाते हुए एक दिन में जवाब प्रस्तुत करने आदेश दिए है। इधर राज्य शासन और एवं लोक शिक्षण संचालनालय के स्पष्ट निर्देश है कि सीएम राइज विद्यालयों के प्राचार्य एवं स्टाफ को किसी भी अन्य कार्य में नियुक्त नहीं किया जाना है। शासन और संचालनालय के निर्देशों की अवहेलना करते हुए सीएम राइज बरेला प्राचार्य को इसमें इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम में नियुक्त किया गया।
मालूम हो कि मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेंद्र दुबे सहित अन्य पदाधिकारियों ने बरेला सीएम राइज प्राचार्य को ओएसडी बनाए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया था। इसको लेकर कलेक्टर और डीपीआई भोपाल को एक शिकायत भेजी थी। इसी आधार पर ज्वाइंट डायरेक्टर ने पूरे मामले में सहायक संचालक को जांच अधिकारी बनाकर बरेला स्कूल भेजा था।
लैब की साफ-सफाई रखो, कभी करौंदी स्कूल घूमकर आना
राम श्रीवास्तव, सहायक संचालक संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर ने शुक्रवार को बरेला सीएम राइज स्कूल और गल्र्स स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सहायक संचालक ने स्कूलों की लैब में फैली गंदगी को लेकर नाराजगी दिखाई। सहायक संचालक ने दोनों स्कूल स्टाफ को निर्देशित करते हुए कहा कि लैब में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था को भी सुधार जाए। सहायक संचालक करौंदी स्कूल का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार वहां जाकर स्कूल स्टाफ को विजिट करना चाहिए, वहां की व्यवस्थाओं को देखकर आप सभी ये कभी नहीं लगेगा कि वह सरकारी स्कूल है।