
नरसिंहपुर के झोतेश्वर आश्रम पहुंचे ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की महत्वपूर्ण मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि हमारी माता है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि गाय को पशु की श्रेणी से हटाकर उसे राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए। इसके साथ ही, गाय की हत्या करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की भी मांग की है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस मुद्दे पर जन-जागरूकता फैलाने के लिए अयोध्या से देशव्यापी यात्रा निकालने का भी ऐलान किया है।
गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने के उद्देश्य से एक बार फिर यात्रा पर निकल रहे हैं. इस बार ये यात्रा अयोध्या से शुरु होगी. 22 सितंबर को इस यात्रा की शुरुआत अयोध्या से होगी. इसके बाद ये यात्रा देश के 36 प्रदेशों की राजधानियों तक पहुंचेगी. यहां पर गौ प्रतिष्ठा ध्वज की स्थापना की जाएगी. यात्रा का मध्य प्रदेश पहुंचने का कार्यक्रम आठ अक्टूबर को है. जहां पूज्य शंकराचार्य विशाल धर्म सभा को संबोधित करेंगे.
गौ माता के लिए पदयात्रा कर चुके हैं शंकराचार्य
इसके पहले ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज 14 मार्च 2024 से 28 मार्च 2024 तक गायों को राष्ट्र माता का दर्जा देने के लिए नंगे पैर पदयात्रा कर चुके हैं. उन्होंने गोवर्धन गिरीराज से दिल्ली तक नंगे पैर पदयात्रा की थी. इस यात्रा में हजारो की तादात में गौ भक्त भी शामिल हुए थे.
गौ भक्तों से अपील की गाय के सम्मान मे एकजुट हो जाएं
गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के मध्य प्रदेश के संयोजक स्वामी महेन्द्रानंद महाराज ने गौ भक्तों से अपील की है कि गौ माता की रक्षा के लिए सभी एकजुट होकर आगे आएं. गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने शुरु किए गए इस अभियान के हिस्सेदार बनें.