मुआवजे लेने की बात आई तब पता चला खसरे में नाम किसी ओर का,दमोहनाका से गोहलपुर ओव्हर ब्रिज की जद में आने वाले रहवासी हुए भूमाफियाओं का शिकार

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जबलपुर यश भारत। लोगों की उम्र जिस मकान में रहते हुए कट गई अब उन्हें यह जानकारी मिली है कि, जिस मकान में वह रह रहे हैं और उसकी रजिस्ट्री उनके नाम पर तो है, लेकिन खसरे में नाम ऐसे अज्ञात शख्स का चढ़ा हुआ है। जिसे न तो वह जानते हैं ना ही क्षेत्र का कोई और। ऐसा फर्जीवाडा किसी एक मकान में न होकर कई घरों की जमीन पर हुआ है जहां खसरे पर नाम किसी अज्ञात लोगों के चढ़ गए हैं, जिसके पीछे कारण है ओवर ब्रिज निर्माण के दौरान अधिग्रहित की जाने वाली जमीन का मुआवजा पाना।
ये है मामला
दरअसल पूरा मामला यह है कि दमोहनाका से गोहलपुर की ओर बनने वाले ओवर ब्रिज निर्माण के मार्ग पर आने वाले मकानों को हटाने का निर्णय लिया गया, जिसके साथ यह तय किया गया कि जिन लोगों के खसरे पर नाम चढ़े हैं उन लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। गृह स्वामियों द्वारा जब अपने मकान के कागजात खंगाले तो पाया की रजिस्ट्री तो उनके नाम पर है, लेकिन खसरे पर किसी अज्ञात का नाम दर्शाया जा रहा है। इसके बाद इन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि अगर खसरे में उनका नाम नहीं होगा तो वह मुआवजा नहीं ले पाएंगे। जबकि मकान उनका ध्वस्त होगा और उसका हर्जाना किसी जलसाज द्वारा हड़प लिया जाएगा। तत्काल ही क्षेत्रीय जनों ने स्थानीय विधायक को इस बात की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे विधायक विनय सक्सेना ने इन सभी से चर्चा की और इन्हें आश्वस्त किया कि फर्जीवाडा करने वाले दोषियों पर कार्रवाई करवाते हुए उन्हें उसका हक दिलवाया जाएगा।
2001 में चढ़ गए खसरे में नाम
स्थानीयजनों ने बताया कि इन लोगों द्वारा जब कागजात की जांच की तो जानकारी लगी की 2001 में भू माफियाओं के द्वारा उनकी जमीन के खसरे में अपना नाम चढ़ावा लिया गया है। इनका कहना है कि, उनका पूरा जीवन यहां रहते हुए गुजर गया है बावजूद इसके किसी अन्य का नाम उनकी जमीन पर कैसे दर्ज कर लिया गया? वही कुछ लोगों ने प्रशासन पर भी अवैध रूप से वसूली का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन लोगों के नाम खसरे में दर्ज हैं उन्हें ही मुआवजा मिलेगा और जिनके नाम दर्ज नहीं है उनसे कहा जा रहा है कि खसरे में नाम चढ़वाएं। इस प्रकार प्रशासन द्वारा भी अवैध वसूली का काम किया जा रहा है।
इनका कहना है कि
मेरे द्वारा एसडीम राजस्व अधिकारी और कलेक्टर से इस संबंध में चर्चा की गई है, भूमाफियाओं के साथ अधिकारियों की मिलीभगत के चलते लोगों के हक पर डाका डाला जा रहा है। लोगों को उनका हक मिलेगा।
विनय सक्सेना उत्तर मध्य विधायक