जबलपुरमध्य प्रदेश

लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है रांझी की मनोकामना महाकाली

 गत वर्ष 13 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए थे दर्शन

जबलपुर यश भारत। उपनगरीय क्षेत्र रांझी के आजाद नगर चंद्रशेखर वार्ड में स्थापित की जाने वाली मनोकामना महाकाली के प्रति लाखों लोगों की अगाध श्रद्धा है। नवरात्र के मौके पर यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमडता है। बीते साल की बात की जाए तो मातारानी के दर्शनों के लिए करीब साढे 13 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस वर्ष यह संख्या और भी बढ़ जाती है जिसको दृष्टिगत रखते हुए समिति के सदस्यों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारियों की एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई और सुझाव भी रखे गए। बैठक में क्षेत्रीय विधायक अशोक रोहाणी सहित अन्य जनप्रतिनिधि वा प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।

सादगी और शांति के साथ की जाएगी माता रानी की सेवा

समिति के पंडित रमेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष समिति के एक सदस्य दिलीप सिंह सग्गू जो कोषाध्यक्ष भी हुआ करते थे उनका निधन हाल ही में हुआ है लेकिन भक्तों की भावना और आस्था को दृष्टिगत रखते हुए समिति ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष पूरा आयोजन शांति और सादगी के साथ मनाया जाएगा। हालाकी पूजा पाठ और अनुष्ठान वा अन्य जो भी परंपराएं हैं उन्हें पूर्ववत ही निभाया जाएगा। माता-पिता को खोने वाली बेटी ने दी है प्रतिमा

श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस वर्ष मातारानी की प्रतिमा चंदन कॉलोनी में रहने वाले भट्टी परिवार के द्वारा प्रदान की गई है। यहां रहने वाली एक बेटी तरनजीत कौर जिसके माता-पिता बलविंदर कौर एवं हरविंदर सिंह भट्टी का निधन करोना काल में हो गया था उसने अपने माता-पिता के संकल्प को पूरा किया है। जो जो भक्त प्रतिमा देता है उसकी सहमति से प्रतिमा का निर्माण या तो पंडाल स्थल पर ही किया जाता है या फिर कभी किसी और मूर्तिकार से भी प्रतिमा बनवा ली जाती है यह भक्तों की आस्था का विषय है।

खेल-खेल में शुरू हुए आयोजन ने लिया भव्य स्वरूप

श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 30 वर्ष पूर्व क्षेत्र के छोटे-छोटे बच्चों ने इसकी शुरुआत की थी लेकिन माता भगवती की ऐसी कृपा हुई की आज यह इस भव्य स्वरूप में पहुंच गई की दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर माता के दरबार में आते हैं और मां भगवती उनकी मनोकामना पूरी करती है। स्थिती यह है कि वर्ष 2038 तक प्रतिमा की बुकिंग हो चुकी है और वर्ष 2056 तक वेटिंग में है लोग।

व्यवस्थाओं मैं नहीं रहेगी कोई कमी

विधायक अशोक रोहाणी और प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वसत किया है कि सब भाभियों की भीड़ को देखते हुए बैठक में मौजूद समिति के पदाधिकारी और क्षेत्रीय जनों ने जो भी सुझाव दिए हैं उन्हें गंभीरता से लेकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएगी ताकि आयोजन के दौरान किसी भी श्रद्धालु को किसी तरह की असुविधा न हो।

भक्त बैठकी से कर सकेंगे दर्शन

मनोकामना महाकाली की प्रतिष्ठा स्थापना नवरात्र के प्रथम दिवस बैठकी को ही कर दी जाएगी और श्रद्धालु मां भगवती के दर्शन कर सकेंगे। नवरात्रि समापन के उपरांत प्रतिमा का विसर्जन जरूर 4 अक्टूबर को निकलेगा जो रांझी सहित शहर की विभिन्न मार्गो से होता हुआ गौरी घाट पहुंची का जहां माता रानी का विसर्जन किया जाएगा।

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