कलेक्ट्रेट में अभिभावकों हंगामा: बड़े स्कूल में पढ़ाने की हिम्मत नही तो क्यों कराया एडमिशन
कलेक्टर का सौंपी शिकायत

जबलपुरयशभारत। निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ एक बार फिर अभिभावकों द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रदर्शन किया गया अभिभावकों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा तो हर स्तर पर कार्रवाई की जा रही है लोगों को जेल तक भेजा जा रहा है लेकिन इसका फायदा अभिभावकों को मिलता नजर नहीं आ रहा है फीस है स्थिति जस की तस बनी हुई किताबों में कमीशन खोरी जैसे की तैसी चल रही है फीस में कोई भी कमी नहीं आई है ऐसे में इतनी बड़ी कार्यवाही का क्या मतलब है जिसको लेकर उन्होंने कलेक्टर दीपक सक्सेना के सामने अपनी बात रखी प्रदर्शनकारियों से चर्चा करते हुए दीपक सक्सेना ने सारे तकनीकी बिंदुओं को सामने रखा और कोर्ट में आ रही समस्याओं को भी अभिभावकों से अवगत कराया।
अभिभावक ईसरद ने आरोप लगाते हुए बताया कि अधारताल स्थित सीबीएसई स्कूल में उसका बेटा पढ़ता है। बीते दिनों स्कूल में शिक्षक ने उसके साथ बर्बरता की, छोटी यूनिफार्म होने पर उसे बुरी तरह से पीटा गया। बच्चे से कहा गया कि अगर बड़े स्कूल में पढ़ाने के लिए पैसा नहीं था पैरेंटस के पास तो क्यों प्रवेश करा दिया। महिला अभिभावक का आरोप था कि स्कूल में जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है, बेवजह ही बच्चों को परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में अधारताल थाने में भी शिकायत की गई थी परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्कूल स्टाफ की पिटाई उसका बेटा बेहोश हो गया था इसके बाबजूद स्कूल प्रबंधन अपनी गलती मानने तैयार नहीं है। महिला अभिभावक ने कलेक्टर से उचित कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। इधर कलेक्टर पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने को कहा है।