भाजपा में भी हो रही कार्यकारिणी के लिए रायशुमारी
पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में नामो पर मंथन

जबलपुर यश भारत। भारतीय जनता पार्टी के महानगर और जिला ग्रामीण अध्यक्ष की नियुक्ति को लंबा समय हो चुका है लेकिन अभी तक कार्यकारिणी घोषित नहीं हो पाई हालांकि इसको लेकर एक बार फिर गतिविधियां और सुगबुगाहट तेज हो गई है। पार्टी के द्वारा जनप्रतिनिधियों और संगठन के बीच समन्वय बनाने के लिए पर्यवेक्षक के रूप में शाजापुर के के पूर्व जिला अध्यक्ष और प्रदेश कार्य समिति सदस्य अंबाराम कराडा को और खरगोन से रंजीत सिंह डंडेर को भेजा है और इन दोनों पर्यवेक्षकों ने गत दिवस संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात और चर्चा की वहीं जनप्रतिनिधियों से भी रायशुमारी की है। गौरतलब है की कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए सबसे ज्यादा मारामारी रहती है। इसके अलावा विभिन्न प्रकोष्ठों में भी नियुक्ति के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और संगठन के द्वारा कार्यकर्ताओं के नाम लिए जा रहे हैं। पर्यवेक्षकों के द्वारा प्रक्रिया पूरी करने के बाद संभावित नाम की सूची प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को सोप जाना है और उसके बाद प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व और संगठन के लोगों के बीच मंथन होगा और नाम फाइनल किए जाएंगे।
एल्डरमैन की नियुक्तियां भी है पेंडिंग
एक तरफ जहां कार्यकारिणी को लेकर कवायद जारी है दूसरी तरफ नगर निगम नगर पालिका और नगर पंचायत में होने वाली एल्डरमैन की नियुक्ति भी अभी तक संभव नहीं हो पाई है। यदि सिर्फ नगर निगम की बात की जाए तो यहां पर आठ एल्डरमैन नियुक्त किए जाने हैं। और जिस समय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा थे तो उन्होंने नगर और जिला अध्यक्ष को पत्र लिखकर नाम प्रेषित करने को भी कहा था लेकिन फिर परिस्थितियों बदल गई और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हेमंत खंडेलवाल की ताजपोशी हो गई जिसके कारण एक बार फिर नये सिरे से प्रक्रिया चल रही है। अब देखना यह है कि यह कब तक संभव हो पाता है। वैसे भी नगर निगम का कार्यकाल 3 साल तो बीत ही चुका है और अब तक निगम को एल्डरमेंन नहीं मिले। इस संबंध में जब भारतीय जनता पार्टी महानगर के अध्यक्ष रत्नेश सोनकर से बात की गई तो उनका कहना था कि कार्यकारिणी की घोषणा जल्द ही हो जाएगी प्रक्रिया चालू है और भाजपा में सामूहिक निर्णय होते हैं यहां किसी व्यक्ति विशेष का निर्णय नहीं होता ऐसे में पर्यवेक्षक संगठन की तरफ से भेजे गए हैं और वह रायशुमारी कर भी रहे हैं। श्री सोनकर का स्पष्ट कहना था की कार्यकारिणी में समाज के हर वर्ग से जुड़े कार्यकर्ताओं को स्थान दिया जाएगा दूसरे शब्दों में कहा जाए तो भाजपा की महानगरों जिला कार्यकारिणी में सामाजिक ताना-बाना की स्पष्ट झलक नजर आने वाली है।








