अब सुनील त्रिपाठी पर साजिश रचने का आरोप, हत्यारे को दिया था 1 लाख देने का प्रलोभन, हत्या के बाद आरोपी ने सुनील को किया था कॉल, बोला हो गया काम.,

.कटनी/बरही,यशभारत। बरही के करौदीकलां में प्रौढ़ की हुई हत्या की गुत्थी सुलझाने में एक नया खुलासा हुआ है। गांव के ही सुनील त्रिपाठी नामक शख्स ने राजेन्द्र गौड़ को मृतक लल्लू सिंह गौड़ को निपटाने के लिए 1 लाख रुपए का प्रलोभन दिया था। इसी बीच मृतक ने हत्यारे की पत्नी को धमका दियाए जिससे आक्रोशित आरोपी राजेन्द्र ने लल्लू सिंह को लाठियों से पीट कर निपटा ही दिया और करार के 1 लाख रुपए लेने के लिए अपने पुराने घर मे इंतजार कर रहा तहस, तभी बरही पुलिस ने उसे दबोच लिया, जिसने पुलिस को वारदात की पूरी स्क्रिप्ट बता दिया। इस पूरे मामले में बरही थाना प्रभारी अरविंद चौबे ने एक नही 2 आरोपी होंने पर बताया कि आरोपी ने रात में पूछताछ में पूरे घटनाक्रम की स्क्रिप्ट के बारे बतायाए जिस पर करौदीकलां के रहने वाले साजिशकर्ता, प्रलोभन देने वाले सुनील त्रिपाठी को गिरफ्तार कर 120 बी के तहत मामला दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया है। टीआई श्री त्रिपाठी ने यह भी बताया कि आरोपी सुनील और मृतक के बीच पुरानी रंजिश थी, पहले सुनील और बाद में मृतक ने सुनील पर हमला कर दिया था। सुनील ने मृतक से बदला लेने के लिए राजेन्द्र को प्रलोभन दिया था। गौरतलब है कि 31 अक्टूबर की रात बरही पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए राजेन्द्र गौड़ को हत्या का आरोपी बनाया था, जिसमे उसकी पत्नी को धमकाना इतना नागवार गुजरा की बदला लेने के लिए धमकाने वाले को लाठी से पीटकर मौत की नींद सुला देने की जानकारी बरही पुलिस ने दी थी। बरही थाना के करौदीकलां में 29 अक्टूबर की सुबह खून से लथपथ प्रौढ़ लल्लू सिंह का शव पुलिस ने खेत की मेड़ से बरामद किया था। बरही पुलिस ने इस अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाते हु पूरे घटनाक्रम के बारे में एसडीओपी के पी सिंह विजयराघवगढ़ टीआई अरविंद चौबे ने हत्या की इस वारदात का खुलासा करते हुए बताया था कि हत्या का आरोपी राजेन्द्र गौड़ और मृतक लल्लू सिंह में आपसी विवाद था, मृतक झगड़ालू प्रवृत्ति का थाए जिसके खिलाफ प्रकरण भी पंजीबद्घ थे। गत 25 अक्टूबर को आरोपी के घर जाकर मृतक लल्लू ने उसकी पत्नी के सिर में लाठी रखकर धमका रहा था। मृतक का यह कृत्य आरोपी को अंदर ही अंदर टीस कर रही थी और उसने मृतक को रास्ते से हटाने का मन बना लिया। 29 अक्टूबर की सुबह मृतक रास्ते मे मिल गया, जिस पर आरोपी ने लाठी से प्रहार कर हत्या कर दी। थाना प्रभारी अरविंद चौबे ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देश व एसडीओपी केपी सिंह के मार्गदर्शन में अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने अपने हमराह कर साथ मुखविर की सूचना पर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
