नागपंचमी आज: एक तरफ सांपों का हो रहा पूजन और दूसरी तरफ सपेरे कर रहे सांपों की दुर्गति… Nag Panchami today: On one side snakes are being worshipped and on the other side snake charmers are causing misery to snakes
वन विभाग ने 30 सपेरों को दबोचा, 30 सांप किए आजाद
घायल अवस्था में वन विभाग को मिले सभी सांप
धामन, कोबरा प्रजाति के सांपों को पकड़कर रखा था सपेरों ने
जबलपुर,यशभारत। नागपंचमी आज है पूरे शहर में आस्था के साथ भगवान शिव व सर्प का पूजन अर्चन किया जा रहा है। लेकिन उधर सांपों की दुर्गति करके रुपए कमाने वाले सपेरों का आतंक अभी भी जारी है। जिस पर लगाम लगाने के लिए वन विभाग द्वारा कल से लेकर आज दोपहर तक 30 सांपों को पकड़ते हुए 30 सपेरों को दबोचा है।
जानकारी के अनुसार कमल अरोरा (मुख्य वन संरक्षक) , ऋषि मिश्र (वनमंडल अधिकारी), प्रदीप श्रीवास्तव (उप वनमंडल अधिकारी) के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र जबलपुर के रेंजर अपूर्व प्रखर शर्मा द्वारा गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी सर्पों का रेस्क्यू किया गया है। शुक्रवार तक वन अमले द्वाा करीब 30 सांपों को पकड़ा गया है ये कार्रवाई देर शाम तक जारी रहेगी। जप्त किए गए सांपों में अधिकतर धामन प्रजाति, कोबरा प्रजाति के सांप थे। जो सांप वन विभाग को सपेरों के पास से मिले हैं उनके दांत टूटे हुए थे और वे घायल अवस्था में थे।
कई दिनों तक रखते हैं सांपों को भूखा
इस संबंध में सर्प विशेषज्ञ वन विभाग के धनंजय ने यशभारत को बताया कि साल भर मजदूरी करने वाले लोग कमाई के चक्कर में एक दिन नागपंचमी के दिन सांपों की दुर्गति उन्हें पकड़ने के बाद करते हैं उन्हें कई दिनों तक भूखा प्यास रखते हैं जिससे वे नागपंचमी के दिन दूध पी सकें जबकि सांपों के लिए दूध विष का काम करता है। इसके साथ ही सपेरों द्वारा सांपों के दंातों को तोड़ दिया जाता है जिससे सांपों के मुंंह में इंफेक्शन भी हो जाता है। अब वन विभाग द्वारा जप्त किेए गए सांपों का इलाज कर उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ने का काम कराया जाएगा।