मूंग उपार्जन मामला:जिले के 19 उपार्जन केंद्रों में कुल 105255 क्विंटल उपार्जन
5 सहकारी समितियो ने खरीद ली जिले की 50% मूंग

जबलपुर यश भारत। सोमवार की शाम जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही मूंग का उपार्जन कार्य पूर्ण हो गया। जिले में इस बार 1 लाख 5 हजार 254 क्विंटल की खरीदी हुई है। जिसके लिए जिले में 19 उपार्जन केंद्र खोले गए थे। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि 19 में से पांच समितियो ने ही कुल खरीद का 50% काम निपटा दिया । जबकि शेष 14 समितियां 50% उपार्जन ही कर सकी। कुल उपार्जन में से 53109 क्विंटल का उपार्जन शहपुरा, तेवर, बेलखेड़ा, मझौली सहजपुरा समितियो ने ही कर डाला। जबकि शेष 52145 क्विंटल मूंग 19 समितियो ने खरीदी है।
स्टॉक का होगा वेरीफिकेशन
यश भारत को मिली जानकारी के अनुसार उपार्जन के बाद अब गोदाम का वेरिफिकेशन शुरू होने वाला है। जिन गोदाम में ऑनलाइन जितना उपार्जन दिख रहा है उसका जिला उपार्जन समिति के द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाएगा। क्योंकि कुछ गोदाम में शिकायत मिल रही है कि वहां जितना स्टॉक ऑनलाइन दर्शाया जा रहा है उतना स्टॉप मौजूद नहीं है । जिसको लेकर कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा भी जानकारियां इकट्ठी की जा रही है । सभी गोदामो का भौतिक सत्यापन किया जाएगा जिसमें खास तौर पर एक गोदाम शहपुरा क्षेत्र की और दूसरी गोदाम मझौली क्षेत्र की बताई जा रही है।
पिछले साल से आधी ही भी नहीं हुई खरीद
पिछले साल जहां जिले में 3 लाख 77 हज़ार क्विंटल धान की सरकारी खरीद हुई थी। वहीं इस बार जिले में मात्र 1लाख 52 हजार क्विंटल मूंग की खरीद हुई है जो पिछले साल से आधि भी नहीं है । एक ओर जहां पिछली बार मूंग उपार्जन को लेकर बड़े विवाद सामने आए थे और जमकर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था, वही इस बार जिले में लगभग शांतिपूर्ण तरीके से मूंग का उत्पादन पूर्ण हुआ है। जिसका कारण है खरीदी के पहले ही संदिग्ध लोगों को उपार्जन से बाहर कर देना। जिसका पूरा श्रेया कलेक्टर दीपक सक्सेना को जाता है जिनकी सख्ती के चलते इस बार शांतिपूर्ण तरीके से जिले में मूंग का उपार्जन हुआ है।