जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

केंट का परिणाम सबसे पहले, पनागर का अंत में

 

8 2 4

जबलपुर, यशभारत। विधानसभा चुनाव के तहत जिले की आठों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ईव्हीएम पर डाले गये मतों की गणना 112 टेबिलों पर की जायेगी। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक जिले के प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में डाले गये मतों की गणना के लिए 14-14 टेबिलों का उपयोग किया जायेगा। सबसे ज्यादा 23 चक्र में पनागर और सबसे कम 16 राउण्ड में केंट विस के मतों की गणना पूरी होगी। विधानसभा क्षेत्र पाटन की 22 तथा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बरगी और सिहोरा के ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना के 21-21 चक्र में होगें।
जबकि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बरगी और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सिहोरा के मतों की गणना 21-21 चक्रों में सम्पन्न होगी। जबकि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर पश्चिम के मतों की गणना 20 चक्र में, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर उत्तर के मतों की गणना 18 राउण्ड में पूरी होगी । इसी प्रकार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर पूर्व की 17 अ चक्र में गणना खत्म होगी। अंतिम चक्र में 2 मतदान केन्द्रों एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पाटन के मतों की गणना के 22 वें चक्र में 9 मतदान केन्द्रों के मतों की गणना की जायेगी । इसी प्रकार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बरगी एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सिहोरा के मतों की गणना के 21वें और अंतिम चक्र में क्रमश: 6 एवं 2 मतदान केन्द्रों के मतों की गणना की जायेगी । विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर पश्चिम के मतों की गणना के 20 वें और अंतिम चक्र में 6 , विधानसभा क्षेत्र जबलपुर उत्तर के मतों की गणना के 18 वें और अंतिम चक्र में 02 तथा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर केंट के मतों की गणना के 16वें और अंतिम चक्र में 04 मतदान केन्द्रों के मतों की गणना होगी । विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जबलपुर पूर्व के मतों की गणना के 17 वें और अंतिम राउण्ड में 1 मतदान केन्द्र के मतों की गणना की जायेगी।
कहां कितने मतदान केन्द्र किए गए थे स्थापित
उल्लेखनीय है कि सोलहवीं विधानसभा के चुनाव के लिए विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पाटन में 303, बरगी में 286, जबलपुर पूर्व में 225, जबलपुर उत्तर में 240, जबलपुर र्केट में 214, जबलपुर पश्चिम में 272, पनागर में 310 और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सिहोरा में 282 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये थे।
सुबह-शाम निरीक्षण कर रिपोर्ट भेजेंगे विर्वाचन अधिकारी
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रति दिन ईवीएम स्ट्रांग रूम का दो बार करें निरीक्षण निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट भेजेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी ईवीएम स्ट्रांग रूम और जिस जगह पर पोस्टल बैलेट रखा गया है, उसका प्रति दिन दो बार सुबह और शाम निरीक्षण करेंगे। ईवीएम स्ट्रांग रूम और पोस्टल बैलेट की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे, यह भी सुनिश्चित करेंगे।
गणना मेज के सामने बैठेंगे उम्मीदवारों के गणना अभिकत्र्ता
विधानसभा चुनाव के लिये डाले गये मतों की गणना पंक्तियों में व्यवस्थित मेजों पर की जायेगी। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक पंक्ति में लगी मेजों को क्रमांक दिया जायेगा। प्रत्येक गणना मेज पर गणना अभिकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था की जायेगी।
मतगणना केन्द्र पर चलेगा पता किसको कहां की करनी है गणना
मतगणना प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने की निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप मतगणना के लिए नियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को मतगणना स्थल पहुंचने पर ही यह बताया जायेगा कि उन्हें किस विधानसभा क्षेत्र की किस टेबल पर मतों की गणना करनी है। मतगणना कार्य से संबद्ध सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मतगणना स्थल में प्रवेश हेतु परिचय पत्र जारी किये जायेंगे । आयोग के निर्देश के मुताबिक मतगणना के दिन मतगणना अधिकारियों को मतगणना केन्द्र पर प्रात: 6 बजे पहुंचना होगा। गोपनीयता की दृष्टि से इन अधिकारियों को विधानसभा क्षेत्र या मतगणना टेबिल नंबर की जानकारी पहले से नहीं दी जायेगी।
सुबह 8 बजे से प्रारंभ होगी मतगणना
मतगणना 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती के साथ शुरू होगी। सुबह 8:30 बजे से ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारंभ होगी। वहीं उच्च अधिकारियों का कहना है कि सभी जिला निर्वाचन अधिकारी सजग एवं सतर्क रहें और मतगणना को पारदर्शी प्रक्रिया से सम्पन्न कराएं। स्ट्रांग रूम में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की सुरक्षा व्यवस्था की जाये।

Related Articles

Back to top button