Jabalpur News: बारिश की अटकलें, नाले के बीच खड़े पियर से मदनमहल क्षेत्र में बन सकते हैं जलभराव के हालात

जबलपुर, । बारिश का सीजन शुरू होने अब चंद दिन ही शेष है। इस बार मानसून जल्द सक्रिय होने की अटकलों के बीच नगरीय प्रशासन विभाग ने जबलपुर सहित प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को बारिश के दौरान अपात स्थितियों से निपटने के लिए अभी से जरूरी व पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश भी दे दिए हैं। ये अलग बात है कि नगर निगम द्वारा बारिश के दौरान शहनर में संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों में अब तक बरसाती पानी की निकासी के जरूरी प्रबंध नहीं किए गए हैं। नगर निगम ने न तो शहर की नाले-नालियों की सफाई शुरू कराई है, न ही मदन महल लिंक रोड स्थित सबसे बड़े ओमती नाले के बीचों बीच फ्लाई ओवर निर्माण के लिए गड़ाए गए पियर के कारण अवरूद्ध हो रहे नाले की निकासी के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए हैं। करीब 40 फीट चौड़े नाले को नगर निगम को सीमेंट से कवर्ड कराया था। जिसमें फ्लाईओवर निर्माण के नाले के बीचों बीच मोटे-मोटे पियर खड़े कर दिए गए हैं। जिससे ये संभावना जताई जा रही है कि इस बार बारिश का पानी अवरूद्ध होगा और आस-पास के घर व बस्तियों सहित मदन महल क्षेत्र नरसिंह वार्ड सहित आस-पास के वार्डों में जलप्लावन के हालात बन सकते हैं।
बारिश में उफान मारता है नाला
ओमती नाले से बरसात का पानी कहां से निकलेगा इसे लेकर नगर निगम ने भी अभी तक कोई रणनीति नहीं बनाई हैं। मौजूदा हाल ये है कि नाले के बीच में पियर खड़े किए जाने से नाला सकरा हो गया है लिहाजा नाले के किनारे कच्चा नाला निकाल दिया गया है। नाले से लगकर ही मकान बने हुए हैं। हालांकि फ्लाई ओवर निर्माण के दौरान इसे भी बंद कर दिया जाएगा। नाले निकासी फ्लाई ओवर के पियर के आजू-बाजू से ही की जाएगी। वहीं जानकारों का कहना है कि ओमती नाले से ही आधे शहर का गंदा पानी निकलता है बारिश में नाला जब उफान पर आता है तो उसे रोक पाना मुश्किल हो जाता है।
मदनमहल में पहले भी भरता था पानी
मदनमहल क्षेत्र में पहले पहले भी बारिश के दिनों में जगह-जगह जलभराव के हालात बनते हैं। मदन महल अंडर ब्रिज तो जरा सी बारिश में लबालब हो हाे जाता है। रेलवे द्वारा मदनमहल स्टेशन का कायाकल्प किया गया जिसके कारण नाले की चौड़ाई कम हो गई। इधर फ्लाई ओवर निर्माण के कारण भी नाला तहस-नहस कर दिया गया। लिहाजा इस बार बारिश में हालात बेकाबू हो सकते हैं।
पीडब्लूडी और एनसीसी के अधिकारियों ने भी देखा पर किया कुछ
इस संबंध में नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की ताे उनका कहना था कि नाले को अवरूद्ध किए जाने को लेकर पीडब्लूडी और फ्लाई ओवर निर्माण एजेंसी एनसीसी को दोबारा रिमाइंडर भेजा गया था। जिसमें नाले के पानी की निकासी के अतिरिक्त प्रबंध करने कहा गया था। 15 दिन पूर्व पीडब्लूडी और निर्माण एजेंसी एनसीसी के अधिकारियों को भी मौके पर ले जाकर वास्तविकता से अवगत कराया था। लेकिन 15 दिन गुजर जाने के बाद भी उनकी तरफ से कोई इंतजाम नही किए गए। नगर निगम का कहना है कि नाले के बीचों स्लेब तोड़ कर पियर खड़े किए गए हैं। इसके लिए नगर निगम से पूर्व में कोई अनुमति नहीं ली गई थी। कुल मिलाकर नगर निगम, पीडब्ल्यूडी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं।
60 फीट चौड़ा नाला हो गया सकरा
– ओमती नाला करीब 60 फीट चौड़ा है। जो मदनमहल स्टेशन के पास घटकर 40 फीट चौड़ा ही रह गया है। लिंक रोड के पास नाले को भूमिगत किए जाने के बाद इसकी चौड़ाई और घट गई है।
– अब फ्लाईओवर निर्माण के लिए नाले को पूर कर बीचों-बीच आधा दर्जन से ज्यादा पियर खड़े कर दिए गए हैं। पुलिया के उस तरफ नाले की चौड़ाई फिर 40 फीट रह गई है। मदनमहल से पुलिया तक नाला अब नजर नहीं आ रहा है।
नगर निगम और पीडब्ल्यूडी ने इस संबंध आपसी सामंजस्य बनाकर नाला निकासी के समुचित प्रबंध नहीं किए तो वाकई क्षेत्र में इस बरसात में डूब के हालात बन सकते हैं।