जबलपुर: बरगी डैम में डूबा युवक, 24 घंटे बाद भी तलाश जारी, परिवार में कोहराम
जबलपुर

जबलपुर: कल शाम दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए अमखेरा निवासी शहाबुद्दीन की बरगी डैम में डूबने के बाद से तलाश जारी है। घटना को 24 घंटे से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एसडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है, जबकि शहाबुद्दीन के परिवार में गहरे सदमे और निराशा का माहौल है।
खुशी का माहौल मातम में बदला:
शहाबुद्दीन (उम्र अज्ञात) रविवार दोपहर अपने कुछ करीबी दोस्तों – गुलाम बारिश, समीर मंसूरी, मुहम्मद हुसैन और अन्य – के साथ बाइक पर सवार होकर बरगी डैम पहुंचा था। दोस्तों का मकसद गर्मी से राहत पाना और कुछ खुशनुमा पल बिताना था। गुलाम, समीर और मुहम्मद किनारे पर ही बैठे रहे, जबकि शहाबुद्दीन अपने दो अन्य साथियों के साथ डैम के पानी में नहाने उतरा। नहाने से पहले उन्होंने कुछ तस्वीरें भी खिंचवाईं, लेकिन किसे पता था कि यह खुशी के पल कुछ ही देर में मातम में बदल जाएंगे।
गहरे पानी में समाया दोस्त:
बताया जा रहा है कि नहाते समय शहाबुद्दीन अचानक गहरे पानी की ओर चला गया और देखते ही देखते डूब गया। उसके साथ नहा रहे दोस्तों ने उसे बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन पानी की गहराई और तेज बहाव के कारण वे नाकाम रहे। घबराए हुए दोस्तों ने तुरंत किनारे पर बैठे साथियों को फोन कर घटना की जानकारी दी। सभी ने मिलकर शहाबुद्दीन को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन अंधेरा होने और पानी गहरा होने के कारण उन्हें सफलता नहीं मिली।
पुलिस और एसडीआरएफ का अथक प्रयास:
घटना की सूचना मिलते ही बरगी चौकी प्रभारी सरिता पटेल तत्काल पुलिस बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। रविवार रात अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा, लेकिन सोमवार सुबह सूरज की पहली किरण के साथ ही तलाश फिर से शुरू कर दी गई। एसडीआरएफ के प्रशिक्षित जवान बोट और अन्य उपकरणों की मदद से डैम के चप्पे-चप्पे को छान रहे हैं, लेकिन दोपहर बीत जाने के बाद भी शहाबुद्दीन का कोई पता नहीं चल सका है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:
शहाबुद्दीन एक मेहनती युवक था और वेल्डिंग का काम करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके परिवार में माता-पिता, पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जिनके सिर से पिता का साया छिन गया है। बेटे के डूबने की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया है। पत्नी और बच्चे बेसुध हैं, जबकि माता-पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। पूरे अमखेरा गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और सभी शहाबुद्दीन के सुरक्षित लौटने की दुआ कर रहे हैं।
फिलहाल, एसडीआरएफ की टीम डैम में शहाबुद्दीन की तलाश में जुटी हुई है और हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि, बीतते हुए हर पल के साथ परिवार की उम्मीदें भी धुंधली होती जा रही हैं। प्रशासन की ओर से भी मामले पर नजर रखी जा रही है और हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।