जबलपुर की ड्रीमलैंड कॉलोनी में मौत की दहशत, हादसों के सायों के बीच दिन गुजारने मजबूर रहवासी
जबलपुर,यशभारत। रोड से थोड़ी उपर लटके खतरनाक बिजली के तारों का झुंड , शाम ढलते ही छाया अंधेरा और किसी भी हादसा घटित होने का डर…. इन सभी की दहशत के बीच ग्रीन सिटी के पास स्थित ड्रीमलैंड सिटी के रहवासी रहने मजबूर हैं। जब कॉलोनी के पास यशभारत की टीम पहुंची तो जो मंजर कैमरे में कैद हुआ वो बेहद चौंकाने वाला रहा। यहां चालू बिजली के तारों का झुंड लटक रहा था , कहीं तार टूटे पड़े थे। इसी बीच देखा गया कि सड़क से दोपहिया व चार पहिया वाहन गुजर रहे थे। स्थानीय लोगों ने यशभारत से कहा कि कहीं अगर ये तार टूटकर किसी वाहन पर गिर गए तो किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
रहवासियों ने यशभारत को यह भी बताया कि बिजली के तारों को व्यवस्थित करने वे पिछले 8 से 10 साल से नेता, जनप्रतिनिधि , सरकारी अधिकारियों और संबंधित विभाग के जिम्मेदारों को कई बार शिकायत कर चुके हैं और मांग कर चुके हैं कि उनकी कॉलोनी में ट्रांसफार्मर लगाया जाए और लटक रहे तारों को हटाया जाए लेकिन आज तक उनकी समस्या का निराकरण किसी ने नहीं किया है। आलम ये है कि प्रतिदिन हादसों के सायों के खौफ के बीच यहां रहने वाला हर एक सदस्य अपना जीवन जी रहा है।
टीसी कनेक्शन से चल रहा काम
जानकारी के अनुसार ड्रीमलैंड कॉलोनी में अभी करीब 140 परिवार रह रहे हैं और 50 निर्माणाधीन मकान हैं। इस कॉलोनी का निर्माण वर्ष 2011 में बाबा रामदेव डेवलपर्स के मोहन चांडक ने किया था। स्थानीय रहवासिायों ने यशभारत को बताया कि टं्रासफार्मर नहीं होने के कारण टीसी कनेक्शन से उन्हें काम चलाना पड़ रहा है।