दमोहनाका-दीनदयाल मार्ग पर खुले नाले, भर रहा कचरा
दमोहनाका-दीनदयाल मार्ग पर खुले नाले, भर रहा कचरा

दमोहनाका-दीनदयाल मार्ग पर खुले नाले, भर रहा कचरा
जबलपुर यशभार। शहर में नालों के पक्का किए जाने कार्य दो साल से पूरा ही नहीं हो पा रहा है, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। दमोहनाका से लेकर दीनदयाल चौराहे तक डेढ़ किलोमीटर में पक्का नाला तो बना दिया गया है लेकिन यह जगह-जगह से खुला है। नाले में कचरा और सिल्ट है, जिससे यहां दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।शहर के ओमती, मोती नाले सहित अन्य छोटे-बड़े नालों को पक्का किए जाने का कार्य एक दशक से चल रहा है लेकिन उसके बाद भी इन नालों को पक्का नहीं किया जा सका और न ही इनकी सुलभ निकासी बनाई जा सकी। इससे हो यह रहा है असमय इन जगहों लोग गिर रहे हैं या फिर वाहनों से दुर्घटनाएं हो रही है। इसमें घमापुर, दमोहनाका आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां कोई न कोई हादसा होता ही है।
10 जगह खुला है नाला- दमोहनाका से दीनदयाल चौराहे तक बनाए गए नाला 10 जगह पर खुला है। यह हिस्सा नाले के समानांतर है। इसमें पानी सहित कचरा भरा है। कृषि उपज मंडी के पास कुछ खुले भाग इतने खतरनाक हो गए हैं कि वहां पर क्षेत्रीय लोगों ने आड़ की है ताकि लोग उसमें न गिरे।
नहीं भरी साइडिंग- नाला तो पक्का बना दिया गया है कॉन्क्रीट के इस निर्माण में साइडिंग नहीं भरी गई है, जिसमें सडक़ की ओर मिट्टी भर दी है और दूसरी ओर का हिस्सा छोड़ दिया गया है। इससे छूटा भाग ने नाली का रूप ले लिया है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यहां कृषि उपज मंडी में लोगों का सतत आना जाना लगा रहता है, जिसमें वे भ्रमित हो रहे।
यह हो चुके हैं हादसे- 1. मंडी गेट नंबर 2 के पास नाले में एक मवेशी गिर गया, जिससे बमुश्किल बाहर निकाला जा सका। 2. दीनदयाल चौराहे के पास नाले में एक स्कूटर सवार गिर गया था, जिसे जैसे-तैसे बाहर निकाला गया था। 3. मंडी के मुख्य गेट के सामने नाले के खुले हिस्से निकले सांप से दहशत हो गई थी। लोगों ने खुले भाग को पत्थर से बंद किया था।
कॉलोनियों में भरता है पानी- नालों में बारिश का पानी ओवरफ्लो होने की वजह और निकासी नहीं होने से यह पानी कॉलोनियों की ओर जाता है। इससे विजयनगर, न्यू जगदम्बा कॉलोनी, आनंद कॉलोनी, संगम कॉलोनी, स्टेट बैंक कॉलोनी आदि जलमग्न हो जाती है। यहां रहने वाले लोगों ने घरों से नालियों का आउटलेट भी इसी से जोड़ दिया है, जिससे इसमें पड़ा कचरा सड़ रहा है। जानकार कहते हैं कि इस नाले में सफाई तक नहीं की जाती है, जिससे दुर्गंध बनी रहती है।