मेडिकल में एचआईवी पीडि़ता वृद्धा की मौत: अंतिम संस्कार कराने नहीं पहुंचे * अपने*
पति की मौत के बाद घर वालों ने किया बेघर, मोक्ष के सहारे कट रही थी जिंदगी
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में एचआईवी पीडि़ता की इलाज के दौरान मौत हो गई। खास बात यह है कि पीडि़ता का अंतिम संस्कार कराने उसके परिजन नहीं पहुंचे। मोक्ष के आशीष ठाकुर व उनके साथियों द्वारा कराया गया। पति की मौत के बाद से मृतिका मोक्ष संस्था की देखरेख में जीवन यापन कर रही थी।
मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर ने बताया कि 60 वर्षीय वद्धा एचआईवी पीडि़ता के पति की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। पति की मौत के बाद से महिला रेडक्रास द्वारा मोक्ष संस्था को सौंपा था। वद्ध महिला की देखरेख मोक्ष के द्वारा ही की जा रही थी, बीते दिन वद्धा की तबीयत खराब हुई जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई।
दूर के रिश्तेदार आए पर मदद करने से किया इंकार
मोक्ष के आशीष ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि वद्ध महिला की मौत होने पर परिजनों को सूचना दी गई लेकिन किसी भी अंतिम संस्कार कराने से इंकार कर दिया। इसके बाद दूर के रिश्ते में बुआ का लड़का अंंतिम संस्कार कार्यक्रम में पहुंचा लेकिन किसी भी तरह की मदद करने से उसने भी मना कर दिया।
मोक्ष की स्थापना बेसहारों के लिए हुई
आशीष ठाकुर ने बताया कि मोक्ष संस्था की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि बेसहारा लोगों को रहने के लिए ठिकाना मिले। जिनका कोई नहीं है उसका मोक्ष संस्था है, मोक्ष से जुड़े पदाधिकारी लगातार मानव सेवा में जुटे हुए हैं।