जिला पंचायत डिप्टी सीईओ, आजीविका मिशन जिला प्रबंधक की पदस्थापना को लेकर विवाद
सालों से एक ही जिले में जमे, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं पुराने आदेश और शिकायतें
जबलपुर,। जिला पंचायत जबलपुर के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी और आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया पर सालों पुराने आदेश और शिकायतें वायरल हो रही है।दोनों ही अधिकारियों की पदस्थापना को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, चर्चा की जा रही है कि इतने सालों से दोनों ही अधिकारी एक ही पद और जिले में जमे हुए हैं। दोनों अधिकारियों की वजह से अन्य जिलों के अधिकारियों की पदस्थापना जबलपुर जिला पंचायत में नहीं हो पा रही है।
इस संबंध में घमापुर निवासी लकी ठाकुर ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए बताया कि श्वेता मेहतो वर्ष 2017-18 से जब से मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन मे जिला परियोजना प्रबन्धक के पद पर बनी हुई हैं। इस से यह साबित होता है कि केवल जबलपुर जिले मे ऐसा क्या है कि ये यहाँ से जाना नहीं चाहती। कुछ दिन पहले भोपाल में एक समाचार प्रकाशित हुआ था ये भी उसी साल श्वेता महतो जिला परियोजना प्रबन्धक के पद पर नियुक्त हुई थी। पिछले वर्षों में इनके द्वारा ऐसी कई वित्तीय अनियमितताए की गई हैं जिनको शासन के संज्ञान में लाया जाना आवश्यक है इनकी वृहद स्तर पर जांच की जानी आवश्यक है। जैसे चार पहिया वाहन जो इन्होंने कार्यालय मे लगवाया था वह बिना किसी उच्च अधिकारी की जानकारी के लगाए गए थे तथा प्रति माह निर्धारित राशि से ज्यादा बिलिंग की गई है। वर्तमान मे जिला पंचायत मे अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर आसीन मनोज सिंह भी केवल श्वेता मेहतो को ही सहयोग करते रहे हैं। क्योंकि मनोज सिंह को इनसे गलत तरीके से पैसा प्राप्त होता रहा है। मनोज सिंह भी जिला पंचायत मे काफी समय से पदस्थ है ये भी जिला जबलपुर छोड़ना नहीं चाहते इनको जबलपुर मे लगभग 14 वर्षों से अधिक हो चुका है। जबकि नियमानुसार किसी भी शासकीय कर्मचारी के लिए एक जगह मात्र 03 वर्ष निर्धारित है। प्रत्येक कर्मचारी की नौकरी मे मनोज सिंह का हमेशा से हस्तक्षेप रहा है इनके द्वारा सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों से मोटी रकम वसूली जाती है जो नहीं डे पाता वो जिला पंचायत जबलपुर मे नहीं रह सकता। इनके भी कई बार स्थानांतरण हुए है पर ये कभी भी नहीं गए तथा नेता मंत्रियों से वर्तमान सी.ई.ओ को फोन करा देते हैं जिससे वो भी ज्यादा कुछ नहीं बोल पाते। से मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत मे एक ऐसा कार्यालय है जिसेम शाम 06 बजे के बाद भी ताला नहीं लगता रात को 09 से 10 बजे तक कर्मचारी कार्य करते है इसका मतलब क्या है। इस तरह की सभी विसंगतियों को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को अवगत कराया जाना तथा उनके द्वारा 06 बजे के पश्चात सभी कार्यालयों में 06 बजे के पश्चात बंद कराये जाने के निर्देश जारी होने आवश्यक हैं।