जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

मप्र आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक-सहायक कुलसचिव द्वारा पेपर लीक कराया गया: कार्रवाई की वजाए अभयदान मिला अधिकारियों को

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जबलपुर, यशभारत। मप्र आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर सचिन कुचया, सहायक कुलसचिव डॉक्टर पंकज बधौलिया और डॉक्टर निधि द्वारा बीएएमएस परीक्षा का पेपर लीक कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। विवि के तीनों अधिकारियों ने मिलीभगत इस $कृत्य को अंजाम दिया। हैरानी की बात तो यह है कि सारे सबूत मिलने के बाद भी उच्चस्तरीय अधिकारियों द्वारा पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह आरोप मप्र स्टूडेंट यूनियन एक पत्रकारवार्ता में लगाए। यूनियन के अभिषेक पांडे, अमन तिवारी और शिवांशु कनौजिया ने कहा कि इतना बड़ा फर्जीवाड़ा होने के बाद भी कुलपति और मप्र चिकित्सा विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है।

  • परीक्षा में कैसे हुआ फर्जीवाड़ा ऐसे समझे
    -10 जून 2022 को बीएएमएस की एनाटॉमी विषय के प्रात: 11 बजे से दोपहर 02 बजे के प्रश्नपत्र को योजनाबद्ध तरीके से निजी आयुर्वेद महाविद्यालयों संचालकों की मिलीभगत से आउट कराकर भ्रष्टाचार किया गया है । परीक्षा नियंत्रक डॉ . सचिन कुचया द्वारा डॉ . निधि श्रीवास्तव प्रोफेसर शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय जबलपुर को पेपर सेटर बनाकर पहले एनाटॉमी विषय का पेपर सेट कराया गया ।
    – पेपर सेटर से कभी भी प्रश्नपत्र का मॉर्डरेशन नहीं कराया जाता है परन्तु निधि श्रीवास्तव को ही एनाटॉमी विषय के पेपर का मॉडरेटर नियम विरुद्ध बनाया गया ।
    – पेपर प्रारंभ होने के आधे घंटे बाद तक परीक्षा केन्द्र में परीक्षार्थियों को प्रवेश की अनुमति होती है , अत: डॉ निधि श्रीवास्तव को पेपर मॉर्डरेशन के बाद 10 जून 2022 को विश्वविद्यालय में पेपर प्रारंभ होने के आधे घंटे बाद तक नियमानुसार रुकना अनिवार्य था ताकि पेपर आउट होने की संभावना समाप्त हो जाये ।
  • -डॉ . सचिन कुचया परीक्षा नियंत्रक एवं डॉ . पंकज बुधोलिया सहायक कुलसचिव द्वारा डॉ . निधि श्रीवास्तव को 10 जून 2022 को प्रात: 10:30 बजे विश्वविद्यालय से बाहर जाने की अनुमति देकर पेपर आउट कराया गया ।
    – एनाटामी का उक्त प्रश्न पत्र दिनांक 10 जून 2022 को प्रात: 11.20 बजे प्रारंभ हुआ था अत: डॉ निधि श्रीवास्तव को नियमानुसार प्रात: 11. 50 तक विश्वविद्यालयमं रुकना अनिवार्य था परन्तु डॉ कुचया और डॉ . बुधौलिया की मिलीभगत से प्रात: 10.30 बजे जाने की अनुमति देकर साजिशपूर्वक पेपर आउट कराया गया।
  • विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग का दायित्व था कि दिनांक 10 जून 2022 को निर्धारित समय पर 11 बजे एनाटामी का प्रश्नपत्र आरंभ हो । चूंकि डॉ . निधि श्रीवास्तव को ही पता था कि मॉर्डरेशन के बाद कौन सा प्रश्नपत्र आना है इसलिये डॉ . निधि श्रीवास्तव के 10.30 बजे विश्वविधालय छोडऩे के पश्चात् जानबूझकर पेपर प्रारंभ करने में 50 मिनट का विलंब करके प्रात: 11.20 बजे परीक्षा केंद्रों पर पेपर प्रारंभ कराया गया।
    – डॉ . निधि श्रीवास्तव के द्वारा बताये गये प्रश्नों को तैयार करने में परीक्षार्थियों को अधिकतम 50 मिनट का समय मिल जाये ।
    – विश्वविद्यालय परीक्षा शाखा के अधिकारियों द्वारा एनाटॉमी के पेपर को आउट कराने के लिये पेयर देर से प्रात: 11.20 बजे से प्रारंभ कराने का षड्यंत्र किया गया परन्तु रतलाम के निजी महाविद्यालय के परीक्षार्थियों को फायदा पहुंचाने के लिये वहा दोपहर 2.30 बजे एनाटॉमी का प्रश्नपत्र प्रारंभ कराया गया । इस प्रकार जो प्रश्नपत्र प्रात: 11.20 बजे अन्य परीक्षा केन्द्रों पर प्रारंभ किया गया था ।

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