इंदौरग्वालियरजबलपुरदेशभोपालमध्य प्रदेशराज्य

आयोजित होने के अगले दिन कैंसिल हुई यूजीसी-नेट परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान, जानें डिटेल

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश में इच्छुक शोधकर्ताओं के लिए नेट परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान कर दिया है। UGC-NET री-एग्जाम 21 अगस्त से 4 सितंबर, 2024 के बीच होगा। दूसरी ओर, सीएसआईआर नेट एग्जाम भी 25-27 जुलाई, 2024 के लिए निर्धारित है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की यूजीसी-नेट परीक्षा इस साल कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में आयोजित होगी, जो पहले पेन और पेपर मॉडल से ली जाती रही है। कथित पेपर लीक या गड़बड़ियों के शक में शिक्षा मंत्रालय ने इसे आयोजित होने के अगले दिन ही कैंसिल कर दिया था।

दो और परीक्षाओं का नया शेड्यूल जारी हुआ
नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीईटी) 10 जुलाई को आयोजित की जाएगी। पहले यह परीक्षा 12 जून को होनी थी, इसके लिए 40,233 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। तकनीकी कारणों से 12 जून को सभी केंद्रों पर परीक्षा शुरू नहीं हो सकी थी। इस बीच, एनटीए ने पुष्टि की है कि इस साल के लिए अखिल भारतीय आयुष पोस्ट ग्रेजुएट प्रवेश परीक्षा (एआईएपीजीईटी) योजना के मुताबिक 6 जुलाई को आगे बढ़ेगी।

यूजीसी नेट और सीएसआईआर नेट का री-शेड्यूल

UGC-NET की दोबारा परीक्षा 21 अगस्त से 4 सितंबर, 2024 के बीच होगी। दूसरी ओर, सीएसआईआर नेट एग्जाम भी 25-27 जुलाई, 2024 के लिए निर्धारित है। ये दोनों परीक्षाएं भारत में लेक्चरशिप और रिसर्च फेलोशिप चाहने वाले उम्मीदवारों के लिए काफी अहम हैं। इन्हें क्वालिफाई करने पर उम्मीदवारों को यूनिवर्सिटी और रिसर्च सेंटर्स में मौका मिलता है।
यूजीसी नेट 2024 जून शिफ्ट की परीक्षा इसी महीने 18 तारीख को दो शिफ्टों में आयोजित की गई थी, जिसमें 317 सेंटर्स पर 9 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे। हालांकि गड़बड़ियों की आशंका के चलते अगले दिन (19 जून) को सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी थी। सरकार ने कहा था कि परीक्षा की पवित्रता और सुचिता से कोई समझौता नहीं कर सकते हैं।

परीक्षा से दो दिन पहले 16 जून को लीक हुआ था पेपर
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि जैसे ही पता चला कि डार्कनेट पर जारी यूजीसी-नेट पेपर परीक्षा के ओरिजनल पेपर से मेल खाता है, हमने परीक्षा कैंसिल करने का फैसला लिया। हम जिम्मेदारी लेते हैं और सिस्टम को सुधारना होगा। इसके अलावा, सीबीआई जांच में पता चला कि पेपर 16 जून को शेड्यूल्ड एग्जाम से ठीक दो दिन पहले डार्कनेट और अन्य एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया चैनलों पर लीक हो गया और 5 लाख रुपए से ज्यादा में बेचा गया था।

2018 से पहले सीबीएसई के जिम्मे था यूजीसी-नेट
भारतीय विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर, जूनियर रिसर्च फेलोशिप और पीएचडी कोर्स में रजिस्ट्रेशन के लिए योग्यता तय करने के लिए यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है। एनटीए ने इस साल यूजीसी की ओर से पेन-पेपर मोड में NET का आयोजन किया था, हालांकि 2018 से पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) यूजीसी-नेट करता था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button