मध्य प्रदेश

सितंबर के अंत तक शहर में दौडेंग़ी दो सिटी बसें, शहर के साथ 25 किलोमीटर दूर तक चलाए जाने की तैयारी

कटनी, यशभारत। शहर में सिटी बस की समस्या इस महीने के अंत तक सुलझ सकती है। जल्द ही दो बसों को शहर में दौड़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। इन बसों को कटनी शहर से होते हुए 25 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। बोर्ड की बैठक में इन बसों का रूट तय किया जााएगा। बताया जाता है कि जयपुर से इस महीने के अंत तक दो बसें कटनी पहुंच जाएगी और संभवत: अक्टूबर के पहले सप्ताह से इन बसों का परिचालन शुरू हो सकता है।
गौरतलब है कि शहर के लोगों को सुलभ आवगमन की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सिटी बस संचालन की योजना तैयार की गई थी। योजना के क्रियान्वयन में ही काफी समय लग गया। बड़े जोर-शोर से शुरू की गई इस योजना को कुछ समय बाद ही ग्रहण लग गया और शहर में दौड़ रहीं सिटी बसों का संचालन बंद हो गया। जिसके चलते एक बार फिर शहर में ई-रिक्शा और आटो चालकों की लूटखसोट शुरू हो गई। बताया जाता है कि जबलपुर के ओम लॉजिस्टिक को कटनी शहर में सिटी बस संचालन का ठेका मिला था। कंपनी द्वारा कुछ समय तक अनुबंध की शर्तों के अनुसार सिटी बसों का संचालन किया गया लेकिन इसके बाद अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया जाने लगा। नगर निगम द्वारा इसको लेकर नोटिस भी जारी किए गए। सिटी बस सर्विस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर योगेश पवार ने बताया कि कंपनी द्वारा न तो परमिट लिया जा रहा था और न ही टैक्स जमा किया जा रहा था। जिसके चलते नगर निगम प्रशासन द्वारा कंपनी का अनुबंध निरस्त करते हुए री-टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई है। बताया जाता है कि टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कटनी शहर के साथ ही आसपास के ग्रामीण इलाकों में सिटी संचालन की सुविधा शहर के लोगों को मिलेगी।

जयपुर से आएंगी बसें, नसीम बस सर्विस करेगा संचालन

सिटी बस सर्विस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर योगेश पवार ने बताया कि सितंबर महीने के अंत और अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह तक दो सिटी बसें कटनी आने के बाद इसे शहर के किस रूट पर चलाया जाएगा, इसके लिए बोर्ड की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में ही इसको लेकर निर्णय लिया जाएगा।
ऑटो-ई रिक्शा में बैठकर छात्राओं को पहुंचना पड़ रहा कॉलेज
्रगल्र्स कॉलेज शहर से दूर होने की वजह से हजारों छात्राओं को आने जाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छात्राओं को ऑटो-ई रिक्शा में बैठकर कॉलेज का सफर तय करना पड़ रहा है। जिम्मेदारों को छात्राओं की सुरक्षा से कोई सरोकार नहीं है। हर दिन हजारों छात्राएं गंभीर समस्या के साथ कॉलेज पहुंचने को मजबूर हैं। कई किलोमीटर दूर गांव से छात्राएं यहां पहुंच रही हैं। जिसमे मझगवां, बड़वारा, बसाड़ी, रीठी, मझगवां, कन्हवारा, स्लीमनाबाद, तेवरी, बिलहरी, देवरी हटाई, सलैया, हिरवारा, निवार सहित दर्जनों गांवों से बेटिया कॉलेज पहुंचती हैं। पहले वे बस से बाइपास, बाइपास से शहर और फिर ऑटो से कॉलेज पहुंचती हैं। गल्र्स कॉलेज झिंझरी के पास शिफ्ट होने के साथ ही सिटी बस का संचालन बंद हो गया, इसके बाद से ही इनकी परेशानी बढ़ गई है।

इनका कहना है

ओम लॉजिस्टिक जबलपुर द्वारा अनुबंध की शर्तों के उल्लंघन को लेकर इनका अनुबंध निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद री-टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके अलावा पूर्व से स्वीकृत दो बसों का संचालन जल्द ही शुरू होने जा रहा है। उम्मीद है कि सितंबर महीने के अंत तक दोनों सिटी बसें कटनी आ जाएंगी।
-योगेश पवार, चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर
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