
फतेहपुर सदर थाना इलाके में विदेश भेजने के नाम पर दो युवकों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। दोनों युवकों को दुबई भेजने के लिए वीजा देने की बात कही। दोनों का मेडिकल करवाने के बाद उन्हें डुप्लीकेट वीजा दे दिया और दोनों युवकों से लाखों रुपए ले लिये। जब दोनों युवकों ने वीजा का जांच की तो पता चला कि वह डुप्लीकेट है। ऐसे में उनके साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। युवकों ने सीकर के फतेहपुर सदर थाने में मामला दर्ज करवा दिया है।
बैसवा गांव के रहने वाले अमीरखा और सुरेश कुमार ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मोतीलाल कुमावत और उसके पुत्र नितेश ने दोनों को दुबई भेजने की बात कही। दोनों युवक भी विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने के लालच में आ गए। मोतीलाल और नितेश ने उन्हें कहा कि उनके पास दुबई का वीजा है। दोनों युवकों को मेडिकल करवाने के लिए सीकर भेज दिया। मेडिकल करवाने के बाद मोतीलाल और नितेश दोनों युवकों के घर पहुंचे। सुरेश कुमार से 60 हजार और अमीरखां ने 55 हजार हजार रुपए ले लिये। पैसे लेने के बाद वीजा की कॉपी देकर वहां से चले गए।
अमीरखां ने बताया की मोतीलाल और उसके पुत्र ने दोनों से एक लाख 15 हजार रुपए ले लिए। इसके साथ ही दुबई में अल नसीम कम्पनी में 800 और 200 सैलरी के साथ खाना-पीना भी बताया। इसके साथ ही दुबई में हर तरह की जिम्मेदारी भी ली। उन्होंने बताया कि मोतीलाल ने उन्हें दो साल काम का वीजा और एक महीने की छुट्टी की भी बात कही थी, लेकिन दोनों युवकों ने जब वीजा की पड़ताल की तो पता चला कि वह एक महीने का ट्यूरिस्ट विजा था। जिसके बाद उन्हें उनके साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला।