मुरैना के सबलगढ़ में एक दिल दहलाने वाला हादसा घटित हुआ है। यहां रहू गांव में केवट समाज के तीन छोटी बच्चियां चंबल नदी में नहाने गईं और डूब गईं। तीनों बच्चियों की उम्र महज 7 से 10 वर्ष के बीच है। जिला प्रशासन को जैसे ही इसकी खबर मिली, रेस्क्यू ऑपरेशन देर रात तक चला। दो बच्चियों के शव मिल गए हैं। एक के शव को निकालने के लिए रेस्क्यू फिर शुरू किया जाएगा।
तीनों बच्चियां घर से चंबल नदी में नहाने के लिए निकली थीं। तीनों बच्चियों केवट समाज की थीं। इसलिए चंबल नदी में नहाना उनके लिए नई बात नहीं थीं। घरवालों ने भी ध्यान नहीं दिया और वे नहाने चली गईं। बताया जाता है कि नहाने के दौरान पैर फिसलने से एक बच्ची डूबने लगी तो दूसरी बच्ची ने उसे बचाने छलांग लगा दी। जब वह भी डूबने लगी तो तीसरी बच्ची ने छलांग लगी दी और देखते ही देखते तीनों बच्चियां चंबल नदी में समा गईं।
आस-पास के गांवों की जुटी भीड़
बच्चियों के डूबने की खबर आग की तरह फैल गई। आस-पास के गावों के लोग भी मौके पर पहुंच गए। जिला प्रशासन की तरफ से एसडीएम एलके पाण्डे व थाना प्रभारी सबलगढ़ केके सिंह मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने तुरंत रेस्क्यू करवाया। रेस्क्यू टीम काफी मशक्कत के बाद दो बच्चियों के शव खोजने में कामयाब रही। एक बच्ची का शव अभी तक नहीं मिला है तथा उसे खोजने के लिए शनिवार को सुबह फिर से रेस्क्यू किया जाएगा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक बच्चियों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे उस घड़ी को कोस रहे हैं जब उन्होंने छोटी बच्चियों को नहाने के लिए चंबल नदी के घाट पर भेज दिया। फिलहाल दोनों बच्चियों के शव का पीएम करा दिया गया है तथा शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।