भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम: सीमावर्ती जिलों में शांति, अमृतसर में रेड अलर्ट
हालांकि, भारत ने कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान पर युद्ध विराम उल्लंघन का आरोप लगाया।

शनिवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच युद्ध विराम पर सहमति बनी थी. लेकिन, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने देर रात प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान ने इस सहमति का उल्लंघन किया है. उन्होंने पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया और कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को सीमा पर किसी भी उल्लंघन से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं.
रविवार सुबह तक जम्मू-कश्मीर के उरी, बारामूला, राजौरी, पुंछ और जम्मू शहर के साथ-साथ अखनूर में स्थिति सामान्य रही. इन इलाकों से रात भर किसी भी गोलीबारी या गोलाबारी की खबर नहीं मिली है.
वहीं, अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने लोगों से घरों के अंदर रहने और खिड़कियों से दूर रहने की अपील की है क्योंकि शहर में अभी भी रेड अलर्ट जारी है. उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, लेकिन रेड अलर्ट का संकेत देने के लिए सायरन बजेगा.
भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है और इस पर समय आने पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 1971 के भारत-पाक युद्ध की तुलना वर्तमान स्थिति से करने पर कहा कि उस समय परिस्थितियां अलग थीं और बांग्लादेश को आजाद कराना एक स्पष्ट उद्देश्य था.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने युद्ध विराम का स्वागत किया और आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता को आतंकवादी समूहों तक न पहुंचने देने का आग्रह किया.
बांग्लादेश और सऊदी अरब ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम समझौते का स्वागत किया है और क्षेत्र में शांति की उम्मीद जताई है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह संघर्ष विराम समझौते को ईमानदारी से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसके सुरक्षा बल स्थिति को जिम्मेदारी से संभाल रहे हैं.
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से फोन पर बातचीत की और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि चीन आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है और एशियाई क्षेत्र में शांति बनाए रखने की आवश्यकता है. डोभाल ने वांग यी से कहा कि युद्ध भारत का विकल्प नहीं है और भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम के लिए प्रतिबद्ध हैं.