बाजार में बढ़ी रमजान की रौनक, इफ्तार और सहरी का दौर, पाक रमजान के 21 रोजे मुकम्मल, रोजेदारों ने रखा 22वां रोजा

बाजार में बहार, दुकानों में उमड़ रही भीड़
शहर के विभिन्न इलाकों का बाजार रमजान की रौनक से गुलजार हैं। हर तरफ इफ्तार के लिए दूधफेनी, सेवईं, ताजे फल, गोलगप्पे, समोसे, खजूर और शरबत की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि रमजान का आज रविवार को 22वां रोजा रहा। 27 मार्च शुक्रवार को अलविदा जुमा में पाक रमजान का 27वां रोजा रखा जाएगा। शिद्दत के साथ रखे 30 रोजे के बाद खुशियों की ईद मनाई जाएगी, जिसकी तैयारियां में अब तेज हो गई हंै। इसी के बाजार में रौनक भी बढ़ गई है। अभी लोगों की प्राथमिकता सिर्फ इफ्तार का सामान ही नहीं बल्कि सहरी के लिए दूध, ड्राई फ्रूटस और ब्रेड की भी काफी मांग देखी जा रही है। खासकर शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में लगी दुकानों में समय होते ही लोग इफ्तार के लिए पहुंच जाते हैं। यहां अलग-अलग कई दुकानें हैं, जहां रमजान के महीने में शाम के वक्त इफ्तार के लिए कहीं वेज तो कहीं नानवेज आइटम बनाए जाते हैं।
सेवई और खजूर बने बाजार के खास आइटम
आजाद चौक, मेन रोड, मिशन चौक से नगर निगम तक इसके अलावा बाजार सजे सेवई और काजू-किशमिश के बाजारों में इस बार बड़ी कंपनियों ने सेवई के लच्छे बाजार में उतारे हैं। खासतौर पर बाजार में हैदराबादी सेवई की भी खूब बिक्री हो रही है। वैसे बाजार में बनारस, प्रयागरा, कोलकाता, पटना के अलावा लोकल सेवई भी है पर दाम अधिक होने के कारण बिक्री कम है। दुकानदार कहते हैं कि हैदराबादी सेवई और सउदी का खजूर पूर्णिया के बाजारों का खास आइटम माना जा रहा है और इसकी डिमांड भी ज्यादा हैं। वैसे बाजार में सेवईं की कई वैरायटी उपलब्ध हैं। कोई कच्ची सेवईं तो कोई मोटी और कोई महीन सेवईं की डिमांड कर रहा है। सबसे ज्यादा भुनी हुई सेवईं की डिमांड है। यह सेवईं बेहद महीन होती है, जो शीरे के साथ आसानी से घुल जाती है। रविवार को दूध बूथों, ड्राई फ्रूट्स, खजूर, बेकरी, सेवई व लच्छे की दुकानों पर भीड़ जमा रही। कोई किराना सामान खरीद रहा था तो कोई ड्राई फ्रूट की मोल-मोलाई करते दिखा। बाजारों में चना, बेसन, तेल, बादाम, चना दाल, चीनी, मैदा आदि सामानों के साथ ही फलों की भी की खरीदारी की गई।कटनी, यशभारत। पाक रमजान माह अपने मुकद्दस सफर में आगे बढ़ रहा है। आज 22वें रोजे के साथ ही शहर के बाजारों में रौनक दिखने लगी है। इबादत, इफ्तार और सहरी के इस माहौल में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में खासी चहल-पहल देखने को मिल रही है। रमजान को लेकर इबादतगाहों में अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ रहा है। शहर के प्रमुख स्थलों में चहल-पहल भी बढ़ गई है। कपड़ों के साथ खापान की चीजें खरीदी जा रही हैं। शाम तक मस्जिदों में तिलावत-ए-कुरान की गूंज है, तो रात में तरावीह की नमाज में बड़ी तादाद में रोजेदार शरीक हो रहे हैं।
बाजार में बहार, दुकानों में उमड़ रही भीड़
शहर के विभिन्न इलाकों का बाजार रमजान की रौनक से गुलजार हैं। हर तरफ इफ्तार के लिए दूधफेनी, सेवईं, ताजे फल, गोलगप्पे, समोसे, खजूर और शरबत की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि रमजान का आज रविवार को 22वां रोजा रहा। 27 मार्च शुक्रवार को अलविदा जुमा में पाक रमजान का 27वां रोजा रखा जाएगा। शिद्दत के साथ रखे 30 रोजे के बाद खुशियों की ईद मनाई जाएगी, जिसकी तैयारियां में अब तेज हो गई हंै। इसी के बाजार में रौनक भी बढ़ गई है। अभी लोगों की प्राथमिकता सिर्फ इफ्तार का सामान ही नहीं बल्कि सहरी के लिए दूध, ड्राई फ्रूटस और ब्रेड की भी काफी मांग देखी जा रही है। खासकर शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में लगी दुकानों में समय होते ही लोग इफ्तार के लिए पहुंच जाते हैं। यहां अलग-अलग कई दुकानें हैं, जहां रमजान के महीने में शाम के वक्त इफ्तार के लिए कहीं वेज तो कहीं नानवेज आइटम बनाए जाते हैं।
सेवई और खजूर बने बाजार के खास आइटम
आजाद चौक, मेन रोड, मिशन चौक से नगर निगम तक इसके अलावा बाजार सजे सेवई और काजू-किशमिश के बाजारों में इस बार बड़ी कंपनियों ने सेवई के लच्छे बाजार में उतारे हैं। खासतौर पर बाजार में हैदराबादी सेवई की भी खूब बिक्री हो रही है। वैसे बाजार में बनारस, प्रयागरा, कोलकाता, पटना के अलावा लोकल सेवई भी है पर दाम अधिक होने के कारण बिक्री कम है। दुकानदार कहते हैं कि हैदराबादी सेवई और सउदी का खजूर पूर्णिया के बाजारों का खास आइटम माना जा रहा है और इसकी डिमांड भी ज्यादा हैं। वैसे बाजार में सेवईं की कई वैरायटी उपलब्ध हैं। कोई कच्ची सेवईं तो कोई मोटी और कोई महीन सेवईं की डिमांड कर रहा है। सबसे ज्यादा भुनी हुई सेवईं की डिमांड है। यह सेवईं बेहद महीन होती है, जो शीरे के साथ आसानी से घुल जाती है। रविवार को दूध बूथों, ड्राई फ्रूट्स, खजूर, बेकरी, सेवई व लच्छे की दुकानों पर भीड़ जमा रही। कोई किराना सामान खरीद रहा था तो कोई ड्राई फ्रूट की मोल-मोलाई करते दिखा। बाजारों में चना, बेसन, तेल, बादाम, चना दाल, चीनी, मैदा आदि सामानों के साथ ही फलों की भी की खरीदारी की गई।
