तेवरी में व्यापारी के यहां मिली धान की खाली बोरियां, प्रशासन ने मारा छापा, धान की बोरियां जब्त कर बनाया पंचनामा
समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी में खेल, खरीदी के अंतिम दिनों में व्यापारियों से धान का उपार्जन किए जाने का प्रयास
कटनी, यशभारत। समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी में अब खेल भी शुरू हो गया है। खरीदी के अंतिम दिनों में व्यापारियों से धान का उपार्जन किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, हालांकि प्रशासन भी मुस्तैद नजर आ रहा है और शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को बहोरीबंद एसडीएम राकेश चौरसिया के निर्देश पर तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने तेवरी में एक व्यापारी के घर पर स्थित गोदाम में छापामार कार्रवाई की। छापे के दौरान यहां धान की 350 खाली बोरियां मिली, जिसमें खरीदी केंद्रों की सील लगी हुई थी। व्यापारी के यहां धान की बोरियां मिलने से हडक़म्प मच गया। सरकारी सील लगी धान की बोरियां यहां कैसे पहुंची और इसका क्या उपयोग होना था, प्रशासन इसकी जांच में जुट गया है। इस तरह का खेल कहीं ओर ता नहीं हो रहा, इस पर भी प्रशासन की पैनी नजर है। व्यापारियों से धान की खरीदी रोकने के लिए प्रशासनिक अमला निगरानी कर रहा है। विदित हो कि राज्य सरकार के निर्देशन में जिले में 89 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी की जा रही है। धान को परिवहन ठेकेदार गोदामों में पहुंचा रहे हैं तो वहीं अनुबंध के अनुसार मिलर्स यह धान मिलिंग के लिए भी ले जा रहे हैं लेकिन यही धान व्यापारियों के ठिकानों तक भी पहुंच रही है। सूत्रों के अनुसार धान के परिवहन में लगे ट्रकों के चालकों द्वारा भारी मात्रा में धान की ओवरलोडिंग की जाती है और धान खरीदी केंद्रों से गोदामों तक ट्रक ले जाने के दौरान चालक रास्ते में कुछ बोरी धान का विक्रय व्यापारी को औने-पौने दामों पर कर देते हैं और व्यापारी यही सरकारी धान को खरीदकर अन्य माध्यमों से वापस केंद्र तक पहुंचा देता हैं।
लंबे समय से मिल रही थी शिकायत
सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन को खरीदी केंद्रों में किसानों से खरीदी जा रही धान का विक्रय व्यापारियों के यहां किए जाने की शिकायत लंबे अर्से से मिल रही थी। इसकी सूचना पर एसडीएम राकेश चौरसिया, नायब तहसीलदार राजकुमार नामदेव टीम के साथ तेवरी बाजार स्थित व्यापारी मनीष असाटी पिता के घर पर छापामार कार्रवाई की। व्यापारी द्वारा घर से खाद्यान्न का कारोबार किया जाता है और गोदाम बनाकर रखा गया है। अफसरों ने जब गोदाम की जांच की तो खरीदी केंद्रों की सील लगी 350 बोरी मौके पर मिली। अफसरों ने बोरियों को लेकर व्यापारी से पूछताछ की, लेकिन सही जवाब नहीं मिला। जिस पर मौके पर पंचनामा कार्रवाई करते हुए बोरियों को जब्त किया गया।
इनका कहना है
सूचना मिली थी कि तेवरी में मनीष असाटी के यहां धान की खाली बोरियों का स्टाक था। जिस पर तहसीलदार और नायब तहसीलदार को मौके पर भेजकर जांच कराई गई, जिस पर सूचना सही पाई गई। तेवरी में व्यापारी मनीष असाटी के घर स्थित गोदाम से 350 बोरियां मिली, जिसमें खरीदी केंद्रों की सील लगी हुई थी। इन बोरियों का उपयोग सिर्फ केंद्रों में खरीदी के लिए ही किया जा सकता है। बोरियां जब्त कर पंचनामा बनाया गया है। धान की बोरियां व्यापारी तक कैसे पहुंची, इसकी जांच की जा रही है।
-राकेश चौरसिया, एसडीएम बहोरीबंद