जबलपुर, यशभारत। चरगवां के जमुनिया गांव में लाखों की खड़ी फसल जलकर राख हो गयी। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी मच गयी। जिसके बाद मौके पर ही फायर बिग्रेड को सूचना दी गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। खड़ी फसल देखते ही देखते राख हो चुकी थी।
जानकारी अनुसार जिले में सबसे बड़ी आग जबलपुर-चरगवां रोड स्थित जमुनिया हार गांव में लगी। आग ने मनीष राय, विनोद राय, अनिता राय, वृंदावन राय और कोटवार विशाल की 40 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल देखते ही देखते राख हो गई। खेतों में लगी आग की सूचना पर पूरे गांव के लोग उमड़ पड़े। पर आग की लपटें इतनी तेजी से आगे फैल रही थी कि उनके सारे प्रयास विफल साबित हुई। 26 किमी दूर शहपुरा से फायर ब्रिगेड पहुंचने में 42 मिनट लगे, लेकिन तब तक 40 एकड़ गेहूं की फसल खाक हो चुकी थी।
ग्रामीणों ने जबलपुर-चरगवां रोड किया जाम
आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। इस अग्निकांड के विरोध में ग्रामीणों ने जबलपुर-चरगवां रोड जाम कर दिया। डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों का जाम चला। उनकी मांग थी कि हर साल उनकी पसीने की कमाई आग की भेंट चढ़ जाती है। फसल कटाई के समय एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी चरगवां में खड़ा करने की मांग उनकी प्रशासन अनसुनी करता रहा है। इसी का खामियाजा उन्हें हर साल उठाना पड़ रहा है।
आश्वासन पर जाम हुआ समाप्त
जाम की खबर मिलते ही ट्रेनी आईपीएस सीएसपी बरगी प्रियंका शुक्ला, नायब तहसीलदार गौरव पांडे, थाना प्रभारी चरगवां विनोद पाठक पहुंचे। ग्रामीणों से बात की। शासन से आर्थिक मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम समाप्त हुआ। ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि फ ायर ब्रिगेड यदि यहां तैनात नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन होगा। अब स्थाई रूप से इसकी व्यवस्था करनी होगी।