कोरोना के दो साल पूरेः 1 केस आने पर लगा दिया था कफ्र्यू,यशभारत ने लोगों तक पहंुचाई खबरें

जबलपुर, यशभारत। 22 मार्च 2020 का दिन शायद ही कोई भूलेगा। यह दिन जबलपुरवासियों ने इतिहासों के पन्नों में दर्ज कर लिया है। आज मंगलवार 22 मार्च 2022 का दिन है फिर से पुराने दिन ताजा हो गए। आज भले ही कोरोना मरीजों की संख्या नामपात्र की है लेकिन दोबारा कभी कोरोना का मंजर न आए सभी भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। एक बात और गौर करने वाली है कि जबलपुर का एक मात्र सांध्यकालीन यशभारत ने पूरी निडरता और सजगता और सुरक्षा के बीच लोगों तक खबरें पहंुचाई। शहरवासियों को कोरोना की पल-पल की जानकारी प्राप्त हो इसके लिए यशभारत ने सोशल मीडिया और अखबार के माध्यम से खबरें पहुंचाई।
बताया जा रहा है कि आज ही के दिन सिर्फ एक केस जबलपुर में था जिसके बाद कफ्र्यू लग गया था। दो साल में संक्रमित मरीजों की बात करें तो 67 हजार 414 है डिस्चार्ज मरीजों की संख्या 66 हजार 596 है। हालांकि कोरोना केस कम हुए है लेकिन रोजाना मरीज सामने आ रहे हैं।

यशभारत की खबरों पर किया गया भरोसा
यशभारत कोरोना काल से अब तक कोरोना से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से लोगों तक पहंुचा रहा है। सोशल मीडिया हो या फिर अखबार दोनों माध्यम से कोरोना की खबरें पहंुचाई गई। लोगों ने भी यशभारत की खबरों पर भरोसा किया।
कई घरों में छाई हुई मायूसी
पापा, आज आपका बर्थडे है, देखो, दादी याद कर रही हैं। मम्मी सुबह से कुछ नहीं बोल रही हैं। मैं और प्रथम भईया हम दोनों कमरे में बैठे आपकी राह देख रहे हैं। मैं आपका प्यारा बेटा हूं ना पापा, प्लीज हमारे पास आ जाओ। कुछ इस तरह की बातें लोग आज घरांे में याद कर रहे हैं। कोरोना में अपनों को खो चुकें लोगों में बातें हो रही है कि हम फिर से मस्ती करना चाहते हैं। अपने साथ दादाजी को भी लेकर जरूर आना। हमारे साथ कोई खेलना वाला नहीं है। दादा जी की बहुत याद आती है, पापा। दिन भर दादी ही भागदौड़ करती हैं। रात को उनके घुटने भी बहुत दर्द करते हैं, मैं और भईया दोनों उनके घुटने दबाते हैं ताकि दादी को नींद आ सके। दादी को हमारी बहुत चिंता है पापा, वो अकेले में रोती हैं लेकिन हमको देखते ही कहती हैं, चिंता न करो, सब ठीक होगा।