ओवरस्पीड वाहनों पर शिकंजा: ट्रैफिक पुलिस को मिली इंटरसेप्टर व्हीकल, अब फर्राट मारने वालों वाहनों की खैर नहीं
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
जबलपुर, यशभारत। अब यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले ट्रैफिक पुलिस की नजर से नहीं बच पाएंगे। क्योंकि, पुलिस को आधुनिक संसाधनों से लैस वाहन मिला है, जो तेज गति, तेज आवाज एवं काली फिल्म वाले वाहनों को मशीन से दूर से पहचान लेगा। इधर, जैसे ही ट्रैफिक पुलिस को सिग्नल मिलेगा, तत्काल उल्लंघन करने वाले वाहन को पकड़ लिया जाएगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर इलेक्ट्रोनिक नजर रखने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने जिले की यातायात पुलिस को आधुनिक संसाधनों से लैस इंटरसेप्टर वाहन सौंपा है। इस वाहन की सहायता से शहर एवं हाइवे पर तेज गति से वाहन चलाने वालों, तीव्र ध्वनि निकालने वाले एवं काली व धुंधली फिल्म वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगातार निगाह रखेगी। उक्त वाहन में स्पीड लेजरगन के अतिरिक्त एक अन्य डिवाइस भी उपलब्ध है, जिससे वाहनों में लगी ब्लैक फिल्म की पारदर्शिता क्षमता को भी मापा जा सकेगा।
54 फीसदी हादसों की वजह तेज रफ्तार
बता दें कि सड़क दुघज़्टनाओं के मामलों में भारत में मध्यप्रदेश का दूसरा स्थान है, जिसमें 54 प्रतिशत सड़क दुर्घटना ओवर स्पीडिंग के कारण होती है। सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
ये है इंटरसेप्टर व्हीकल वाहन में खासियत
इस व्हीकल के स्पीड राडार में लगे लेजर टेक्नालाजी के कैमरे से महज 0.3 सेकेण्ड में 800 मीटर की दूरी से ओव्हर स्पीड से गुजरने वाले वाहनों की स्पीड मापी जा सकेगी। कम रोशनी व रात के समय भी वाहनों के नंबर प्लेट को सुगमता से पढ़ा जाकर उनपर कार्यवाही की जा सकती है। इन कैमरों की सहायता से 300 मीटर दूर स्थित वाहन की नंबर प्लेट को भी आसानी से पढ़ा जा सकता है। पुलिस मुख्यालय से प्रदाय यह व्हीकल जीपीएस साऊण्ड मीटर, स्पीड राडार और टिंट मीटर से लैस है।
जबलपुर ट्रैफिक के लिए मील का पत्थर का साबित होगा यह वाहन
वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि इस वाहन से जबलपुर के ट्रैफिक में सुधार होगा। साथ ही शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले और तेज हार्न बजाकर राहगीरों को परेशान करने वाले युवकों पर लगाम लगेगी। यह वाहन उन क्षेत्रों में भ्रमण करेगी जहां पर ट्रेफिक की ज्यादा शिकायतें।