एकीकृत माध्यमिक शाला मदन-महल में बच्चों को परोसी इल्ली वाली खिचड़ीः स्व सहायता समूह की गलती की भनक अफसरों तक नहीं पहुंची
जबलपुर, यशभारत। सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर हमेशा सवाल खड़े होते है। सही भी है, क्योंकि लाख कोशिशों के बाबजूद व्यवस्थाओं पर सुधार नहीं हो रहा है। ताजा मामला एकीकृत माध्यमिक शाला मदन-महल स्कूल का है जहां पर शुक्रवार को बच्चों को इल्ली उतारती खिचड़ी बांट दी गई। कुछ बच्चों को जब खिचड़ी में इल्ली नजर आई तो उन्होंने शिक्षकों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा खिचड़ी वितरित करने से रोक दिया। हैरानी तो इस बात पर है कि स्कूल में इतनी बड़ी घटना हो गई लेकिन स्कूल स्टाफ ने इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक तक नहीं पहुंची।
इस संबंध में बीआरसी राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि व्हाटसएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी मिली थी कि एकीकृत शासकीय स्कूल मदनमहल में शुक्रवार के मध्यान्ह भोजन में खिचड़ी परोसी जानी थी लेकिन उसमें काफी संख्या में इल्ली उतारती हुई बच्चों को मिली जिसके बाद मध्यान्ह भोजन वितरित करने से स्कूल प्रबंधन रोक दिया था।
मामले को दबाने में जुटा स्कूल प्रबंधन
घटना सामने के आने के बाद शिक्षा विभाग में चर्चा है कि एकीकृत शासकीय स्कूल मदनमहल पूरे प्रकरण को दबाना चाहते थे लेकिन स्कूल के ग्रुप में इल्ली उतारती हुई फोटो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर खबर जारी हो गई।
स्व सहायता समूह और स्कूल को जारी होगा नोटिस
बीआरसी राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले आकांक्षा विकास समग्र समिति समूह को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। साथ ही स्कूल प्रबंधन ने जानकारी छुपाई इसलिए संबंधित स्टाफ से भी सवाल-जवाब किया जाएगा। इस संबंध में संकुल प्राचार्य प्रभा मिश्रा का कहना है कि स्कूल प्रबंधन और जनशिक्षक से इस संबंध में जानकारी लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।